शहरवासियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। एक ओर बदबूदार और पीले गंदे पानी की सप्लाई ने लोगों को बीमारियों का खतरा पैदा कर दिया है, वहीं दूसरी ओर लगातार बिजली कटौती ने गर्मी में जीना मुश्किल कर दिया है। इस बीच सोमवार को कागदी बांध से एक मृत अजगर की तस्वीरें सामने आने के बाद शहर में हड़कंप मच गया। यह वही जलस्रोत है, जहां से पूरे शहर को पेयजल सप्लाई किया जाता है।
गंदे पानी को लेकर विवाद बढ़ा, अधिकारी बोले- 'सब ठीक है'
पिछले कई दिनों से शहर के विभिन्न मोहल्लों से बदबूदार और पीले पानी की शिकायतें आ रही थीं। एनडीटीवी ने भी इस गंभीर लापरवाही को उजागर किया था। जलदाय विभाग के अधिकारी हरिकृष्ण मीना ने इसे सामान्य बताया और पानी का रुकना और ऑक्सीजन की कमी को इसका कारण बताया। लेकिन मृत अजगर की मौजूदगी ने विभाग की सफाई व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है।
बिजली संकट से भी राहत नहीं
दो दिन पहले लोधा जीएसएस पर ट्रांसफार्मर फटने के बाद से शहर के बड़े हिस्से में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। इसके बाद से शहर और ग्रामीण क्षेत्र लगातार बिजली संकट से जूझ रहे हैं। अघोषित बिजली कटौती से लोग भीषण गर्मी में परेशान हैं। गांवों में तो स्थिति और भी गंभीर है, जहां कई इलाकों में कई दिनों से बिजली नहीं पहुंची है।
कांग्रेस ने ज्ञापन सौंपकर जताया विरोध
इन समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी की शहर कार्यकारिणी ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में दूषित जलापूर्ति और अघोषित बिजली कटौती पर तत्काल ठोस कार्रवाई की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष रमेश पंड्या, शहर अध्यक्ष धर्मेंद्र तेली, पार्षद चंदा सिंटा डामोर, देवबाला राठौर, सुरेश कलाल, रितेश जैन समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे।
मामला पहुंचा कोर्ट
वरिष्ठ पर्यावरणविद् विकास मेहता ने बताया कि शहरवासियों को दूषित पानी पिलाने के मामले में जलदाय विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की गई है। उन्होंने बताया कि इस तरह के दूषित पानी को पीने से लोगों में पेट संबंधी बीमारियों से लेकर गंभीर संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।
महिलाओं में ज्यादा रोष
शहर की महिलाओं ने जलदाय विभाग का पुतला जलाकर अपना रोष जताया और उसके खिलाफ नारेबाजी की। मूलभूत सुविधाओं की यह बदहाली न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि आम लोगों के स्वास्थ्य और जीवन के लिए भी बड़ा खतरा बनती जा रही है।
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