कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने यह भी माना कि उनकी सरकार के कार्यकाल में कुछ गलतियाँ हुई थीं। गहलोत ने कहा कि सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और पूरी प्रक्रिया की जाँच करनी चाहिए।
किसी एजेंसी को तुरंत इसकी जाँच करनी चाहिए
पहले भी ऐसी ही घटनाएँ हो चुकी हैं। अगर इन ड्रॉप्स में कोई खराबी होती, तो इन्हें तुरंत प्रतिबंधित कर दिया जाता। उन्होंने कहा कि आज भी यही प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए और दवाओं की तुरंत जाँच होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पहले अनुमति दी जानी चाहिए, उसके बाद जाँच होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर सिरप में कोई खराबी है, तो सरकार को तुरंत अपनी एजेंसी से इसकी जाँच करानी चाहिए।
बच्चों की मौत सिरप पीने से नहीं हुई
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि बच्चों की मौत सिरप पीने से नहीं हुई। एक समिति पहले ही मामले की जाँच कर चुकी है। दवा का दो बार परीक्षण भी हो चुका है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर गहन जाँच के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।
You may also like
Weather update: राजस्थान में जमकर बरस रहे मेघ, आज भी कई जिलों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की चेतावनी
COD पर अतिरिक्त शुल्क: अब नहीं चलेगी ई-कॉमर्स कंपनियों की मनमानी, सरकार ने कसा शिकंजा
महाभारत युद्ध में हनुमान जी कैसे हुए अर्जुन के रथ पर विराजमान ? इस दुर्लभ वीडियो में जाने द्वापरयुग की अनसुनी कथा
छोटे शहरों में नौकरी के अवसरों में तेजी, मेट्रो शहरों को पीछे छोड़ा
HPU Recruitment 2025: GATE पास करने वालों के लिए बम्पर अवसर बिना परीक्षा के मिलेगी नौकरी! सैलरी 1.67 लाख, जाने योग्यता