अलवर में एक डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के दौरान डॉक्टर घर में अकेले थे। डॉक्टर के अस्पताल न पहुंचने पर जब वार्ड बॉय घर पहुंचा तो उसने डॉक्टर को फंदे से लटका हुआ पाया। उसने इसकी सूचना डॉक्टर के भाई को दी। भाई ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और डॉक्टर के शव को फंदे से नीचे उतारा। बताया जा रहा है कि डॉक्टर का अपनी पत्नी से कई सालों से विवाद चल रहा था। दोनों ने पहले एक दूसरे के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था। मामला सदर थाना इलाके के शालीमार के पास गांधी नगर का है।
घर का दरवाजा खोला तो डॉक्टर फंदे से लटके मिले
सदर थानाधिकारी रमेश ने बताया- मनोचिकित्सक डॉ. सुमित मित्तल घर में अकेले रहते थे। एक भाई गुरुग्राम और दूसरा भाई खैरथल में रहता है। सुबह 11 बजे डॉक्टर सुमित के भाई खैरथल निवासी नवीन मित्तल ने फोन कर डॉक्टर सुमित के आत्महत्या करने की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से नीचे उतारा और अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
भाई से कहा था- मैं पूरी तरह टूट चुका हूं
डॉक्टर के भाई सीए नवीन मित्तल ने बताया- शुक्रवार सुबह अस्पताल के वार्ड बॉय ने डॉक्टर को फोन किया। कॉल रिसीव नहीं होने पर वह घर पहुंचे। यहां भाई को फंदे पर लटका देख वार्ड बॉय ने मुझे फोन किया। इसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी। नवीन मित्तल ने बताया- यहां पहुंचने पर पता चला कि भाई सुबह से कॉल रिसीव नहीं कर रहा था। अस्पताल में ज्यादा मरीज आने पर मैनेजर विकास ने भी उसे कॉल किया, लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं की। नवीन ने बताया- मेरी भाई से आखिरी बार 1 दिन पहले बात हुई थी। तब भाई ने कहा था- मैं बहुत परेशान हूं और पूरी तरह टूट चुका हूं।
डॉक्टर का अपनी पत्नी से चल रहा था विवाद
जांच में यह भी सामने आया है कि डॉक्टर का अपनी पत्नी सीमा से विवाद चल रहा था। पत्नी सीमा ने डॉक्टर के खिलाफ 2 केस दर्ज करवाए थे, जिसमें से 1 धोखाधड़ी का था। 2021 में दर्ज मामले में पत्नी ने आरोप लगाया था कि पति सुमित ने मेरा मोबाइल छीन लिया। इसके बाद बैंक खाते से 32 लाख रुपए अपने भाई व अन्य परिजनों के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए। डॉक्टर ने पत्नी, साले व अन्य के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कराया था। डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि स्कीम-2 स्थित मकान उसके नाम पर था, लेकिन उसकी पत्नी व उसके भाई ने उसे हड़प लिया। दोनों मामलों की जांच चल रही है।
आत्महत्या के मामलों में काउंसलिंग करते थे डॉक्टर
डॉक्टर सुमित अलवर के शिवाजी पार्क साहबजोड़ा में विश्वास नाम से अस्पताल चलाते थे। वे आत्महत्या के मामलों में काउंसलिंग करते थे। वे आत्महत्या के विचार मन में आने से रोकने के तरीके समझाते थे। लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते उन्होंने खुद भी आत्महत्या कर ली।
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