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पानीपत के इस व्यक्ति के जैसे कहीं आप भी नहीं बन जाए क्रेडिट कार्ड ठगी के शिकार, बचने के लिए गांठ बांध लें ये 5 बातें

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आजकल ऑनलाइन और ऑफलाइन फ्रॉड के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे ही हाल ही में पानीपत से एक नया मामला सामने आया। जिसमें एक व्यक्ति को अपना क्रेडिट कार्ड एक्टिव करवाना था। इसी मदद के बहाने जालसाज ने ओटीपी के जरिए व्यक्ति के फोन को हैक करके सारे पैसे ट्रांसफर कर लिए। जलसाजी करने वाले व्यक्ति ने अपने आपको बैंक का कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड एक्टिव करने को कहा। इसी प्रक्रिया में ओटीपी हासिल करके उसने 1,00,000 रुपये की चपत लगा दी।



आम हो गए ऐसे मामले यह कोई पहला मामला नहीं है। फोन कॉल पर नकली अधिकारी या बैंक के कर्मचारी बनकर बात करना और ओटीपी मांगकर बैंक अकाउंट खाली करने के कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसके बाद भी कई लोग ओटीपी शेयर करने की लापरवाही कर बैठते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं।

ऐसी ठगी से कैसे बचें?यदि आप भी चाहते हैं कि ऐसी ठगी का शिकार ना हो तो आपको कुछ बातों की गांठ बांध लेनी चाहिए। ताकि चाहे कैसी भी परिस्थिति आए आप इन बातों को भूल न पाएं।



1. वित्तीय जानकारी शेयर करना पड़ेगा चाहे कोई भी व्यक्ति आपसे जानकारी मांगे लेकिन अपनी वित्तीय जानकारी किसी के भी साथ शेयर ना करें। चाहे आपके आधार या पैन कार्ड की जानकारी हो या आपके मोबाइल नंबर पर आया ओटीपी हो, कुछ भी किसी भी व्यक्ति से शेयर ना करें। कभी भी बैंकों या आरबीआई के द्वारा किसी भी ग्राहक से ओटीपी नहीं मांगा जाता।



2. क्रेडिट कार्ड एक्टिव करने का ऑनलाइन तरीकाठगी का शिकार हुआ व्यक्ति अपने क्रेडिट कार्ड को एक्टिव करने के लिए बैंक कर्मचारियों की सहायता मांग रहा था, जो बैंक कर्मचारी जलसाज निकला। आप चाहे तो ऑनलाइन भी क्रेडिट कार्ड को एक्टिव कर सकते हैं। इसके लिए इस बात का ध्यान रखें कि केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाए या गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से आधिकारिक एप को ही डाउनलोड करें।



3. किसी भी लिंक पर क्लिक न करेंकई बार आपको व्हाट्सएप या ईमेल के जरिए कुछ लिंक प्राप्त हो जाती है। आपको यह नियम बना लेना है कि चाहे किसी ने भी कोई भी लिंक शेयर की हो उस पर आपको क्लिक नहीं करना है। ना ही किसी की लिंक से एप्लीकेशन डाउनलोड करनी है।



4. हमेशा आधिकारिक सोच पर ही भरोसा करेंकभी भी गूगल पर सर्च करके सामने आए नंबर को ही सही नहीं माने। आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी में दिए गए नंबर पर ही संपर्क करें। कई बार लोग गूगल पर सामने आए नंबर पर कॉल करके सहायता मांगते हैं और जलसाजी का शिकार बन जाते हैं।



5. लिमिट तय करना है जरूरीआपकी क्रेडिट कार्ड कंपनी के द्वारा भले ही आपको कितनी भी खर्च की सीमा दी गई है, लेकिन आप डेली खर्च के लिमिट तय करें। ताकि कभी आप ठगी का शिकार हो भी जाए तो उसे लिमिट से ज्यादा जलसा आज आपके खाते से पैसे ट्रांसफर ना कर सकें।

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