शेयर मार्केट में ग्लोबल मार्केट से आ रही खबरों के कारण उतार चढ़ाव हो रहा है. हालांकि भारतीय बाज़ारों ने अपनी दिशा तय करने की कोशिश की है और जीएसटी राहत के बाद आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी के असर से भारतीय बाज़ार में ऑटो, बैंकिंग एंड फाइनेंस सर्विस, मेटल, इन्फ्रा, एफएमसीजी जैसी इन्वेस्टमेंट थीम मज़बूत बनी हुई हैं. दूसरी ओर विदेशी निवेशक याने एफआईआई का रुख भी अब भारतीय बाज़ारों के लिए कुछ सॉफ्ट होता दिख रहा है. अक्टूबर माह में भारतीय बाज़ारों में एफआईआई की बिकवाली कुछ थम रही है. कुछ एफआईआई फिर से भारतीय बाज़र में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान कर रहे हैं.
बैंकिंग सेक्टर है एफआईआई की पसंदएफआईआई बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में निवेश करना पसंद करते हैं. इसके अलावा वे आईटी सेक्टर में भी बड़ा निवेशक करते हैं. अक्सर देखा गया है कि भारत के लार्जकैप बैंक में एफआईआई का बहुत बड़ा स्टेक होता है. देश के सबसे बड़े प्रायवेट बैंक एचडीएफसी बैंक में एफआईआई का ही दबदबा है और इसमें सबसे अधिक 48.40% हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों के पास है.
इसी तरह अन्य लार्जकैप बैंकों जैसे एक्सिस बैंक में भी एफआईआई की बड़ी हिस्सेदारी है. इस बैंक में एफआईआई की 41.90% हिस्सेदारी है. Axis Bank Ltd के शेयर 1170 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं और इस बैंक का मार्केट कैप 3.66 लाख करोड़ रुपए है. एफआईआई के निवेश का एक पैटर्न है कि जब वे किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो एक साथ बड़ा निवेश करते हैं.
नार्वे के पेंशन फंड के पास एक्सिस बैंक के साढ़े छह करोड़ शेयरनार्वे के पेंशन फंड ने एक्सिस बैंक में बहुत बड़ी हिस्सेदारी ली हुई है. Government Pension Fund Global's portfolio and holdings के पास एक्सिस बैंक के साढ़े छह करोड़ शेयर हैं. Government pension fund global के पास एक्सिस बैंक के 64,578,889 शेयर हैं.
नार्वे के गवर्मेंट पेंशन फंड के पास पहले से एक्सिस बैंक के शेयर बहुत पहले से हैं. इस एफआईआई ने कई बार एक्सिस बैंक में अपनी पोज़ीशन घटाई बढ़ाई है और समय समय पर प्रॉफिट बुक किया है. नार्वे और भारत के बीच की दूरी 7000 किलो मीटर है और यह पेंशन फंड इतनी दूर आकर भारत की बैंक में निवेश कर रहा है और अच्छा खासा प्रॉफिट भी बना रहा है.
बैंकिंग सेक्टर है एफआईआई की पसंदएफआईआई बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर में निवेश करना पसंद करते हैं. इसके अलावा वे आईटी सेक्टर में भी बड़ा निवेशक करते हैं. अक्सर देखा गया है कि भारत के लार्जकैप बैंक में एफआईआई का बहुत बड़ा स्टेक होता है. देश के सबसे बड़े प्रायवेट बैंक एचडीएफसी बैंक में एफआईआई का ही दबदबा है और इसमें सबसे अधिक 48.40% हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों के पास है.
इसी तरह अन्य लार्जकैप बैंकों जैसे एक्सिस बैंक में भी एफआईआई की बड़ी हिस्सेदारी है. इस बैंक में एफआईआई की 41.90% हिस्सेदारी है. Axis Bank Ltd के शेयर 1170 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं और इस बैंक का मार्केट कैप 3.66 लाख करोड़ रुपए है. एफआईआई के निवेश का एक पैटर्न है कि जब वे किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो एक साथ बड़ा निवेश करते हैं.
नार्वे के पेंशन फंड के पास एक्सिस बैंक के साढ़े छह करोड़ शेयरनार्वे के पेंशन फंड ने एक्सिस बैंक में बहुत बड़ी हिस्सेदारी ली हुई है. Government Pension Fund Global's portfolio and holdings के पास एक्सिस बैंक के साढ़े छह करोड़ शेयर हैं. Government pension fund global के पास एक्सिस बैंक के 64,578,889 शेयर हैं.
नार्वे के गवर्मेंट पेंशन फंड के पास पहले से एक्सिस बैंक के शेयर बहुत पहले से हैं. इस एफआईआई ने कई बार एक्सिस बैंक में अपनी पोज़ीशन घटाई बढ़ाई है और समय समय पर प्रॉफिट बुक किया है. नार्वे और भारत के बीच की दूरी 7000 किलो मीटर है और यह पेंशन फंड इतनी दूर आकर भारत की बैंक में निवेश कर रहा है और अच्छा खासा प्रॉफिट भी बना रहा है.
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