नई दिल्ली: एक्सिस बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक बड़ा बदलाव करने की घोषणा की है. 1 जुलाई 2025 से बैंक अपने एटीएम लेनदेन शुल्क में वृद्धि कर रहा है. यह बदलाव बचत खातों, एनआरआई खातों और ट्रस्ट खातों सहित कई प्रकार के खातों पर लागू होगा.
क्या बदलेगा?
अब यदि कोई ग्राहक हर महीने की मुफ़्त एटीएम लेनदेन सीमा को पार करता है, तो उसे हर अतिरिक्त लेनदेन पर ₹23 का शुल्क देना होगा.
अभी तक यह शुल्क ₹21 था. यानी, अब हर अतिरिक्त लेनदेन पर ₹2 ज़्यादा चुकाना पड़ेगा. बैंक की यह नई दरें एक्सिस बैंक और अन्य बैंकों दोनों के एटीएम पर लागू होंगी.
RBI का निर्देश 1 मई 2025 से
यह बदलाव भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा 1 मई 2025 से लागू किए गए संशोधित एटीएम इंटरचेंज शुल्क दिशानिर्देशों के अनुरूप है. RBI ने यह भी तय किया है कि एक ग्राहक हर महीने अधिकतम कितनी बार मुफ़्त एटीएम लेनदेन कर सकता है.
मेट्रो शहरों में: 3 मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन प्रति माह
गैर-मेट्रो शहरों में: 5 मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन प्रति माह
इन सीमाओं के बाद हर बार पैसे निकालने या बैलेंस चेक करने जैसे वित्तीय लेनदेन पर शुल्क लिया जाएगा.
ATM इंटरचेंज शुल्क क्या होता है?
जब आप अपने बैंक के बजाय किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो आपका बैंक उस दूसरे बैंक को एक इंटरचेंज शुल्क देता है. यह शुल्क कई बार ग्राहक से वसूला जाता है, खासकर जब आप मुफ्त सीमा से ज़्यादा बार एटीएम इस्तेमाल करते हैं.
उदाहरण के लिए, यदि आप HDFC बैंक के ग्राहक हैं और SBI के एटीएम से चौथी बार पैसे निकालते हैं, तो आपके खाते से अतिरिक्त शुल्क कट सकता है.
अन्य बैंकों की स्थिति
HDFC बैंक:मेट्रो शहरों में: 3 मुफ्त लेनदेन, उसके बाद ₹23 + टैक्स
गैर-मेट्रो शहरों में: 5 मुफ्त लेनदेन
गैर-वित्तीय लेनदेन (जैसे बैलेंस पूछताछ): ₹8.50 + टैक्स
SBI (भारतीय स्टेट बैंक)
SBI ने 1 फरवरी 2025 से अपने ग्राहकों के लिए मुफ्त एटीएम लेनदेन की संख्या को खातों में रखी औसत मासिक शेष राशि (AMB) के आधार पर तय किया है.
क्या करें ग्राहक?
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मुफ्त लेनदेन की सीमा के भीतर ही एटीएम का इस्तेमाल करें या फिर डिजिटल बैंकिंग जैसे UPI, नेट बैंकिंग आदि का उपयोग बढ़ाएँ, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके.
क्या बदलेगा?
अब यदि कोई ग्राहक हर महीने की मुफ़्त एटीएम लेनदेन सीमा को पार करता है, तो उसे हर अतिरिक्त लेनदेन पर ₹23 का शुल्क देना होगा.
अभी तक यह शुल्क ₹21 था. यानी, अब हर अतिरिक्त लेनदेन पर ₹2 ज़्यादा चुकाना पड़ेगा. बैंक की यह नई दरें एक्सिस बैंक और अन्य बैंकों दोनों के एटीएम पर लागू होंगी.
RBI का निर्देश 1 मई 2025 से
यह बदलाव भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा 1 मई 2025 से लागू किए गए संशोधित एटीएम इंटरचेंज शुल्क दिशानिर्देशों के अनुरूप है. RBI ने यह भी तय किया है कि एक ग्राहक हर महीने अधिकतम कितनी बार मुफ़्त एटीएम लेनदेन कर सकता है.
मेट्रो शहरों में: 3 मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन प्रति माह
गैर-मेट्रो शहरों में: 5 मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन प्रति माह
इन सीमाओं के बाद हर बार पैसे निकालने या बैलेंस चेक करने जैसे वित्तीय लेनदेन पर शुल्क लिया जाएगा.
ATM इंटरचेंज शुल्क क्या होता है?
जब आप अपने बैंक के बजाय किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो आपका बैंक उस दूसरे बैंक को एक इंटरचेंज शुल्क देता है. यह शुल्क कई बार ग्राहक से वसूला जाता है, खासकर जब आप मुफ्त सीमा से ज़्यादा बार एटीएम इस्तेमाल करते हैं.
उदाहरण के लिए, यदि आप HDFC बैंक के ग्राहक हैं और SBI के एटीएम से चौथी बार पैसे निकालते हैं, तो आपके खाते से अतिरिक्त शुल्क कट सकता है.
अन्य बैंकों की स्थिति
HDFC बैंक:मेट्रो शहरों में: 3 मुफ्त लेनदेन, उसके बाद ₹23 + टैक्स
गैर-मेट्रो शहरों में: 5 मुफ्त लेनदेन
गैर-वित्तीय लेनदेन (जैसे बैलेंस पूछताछ): ₹8.50 + टैक्स
SBI (भारतीय स्टेट बैंक)
SBI ने 1 फरवरी 2025 से अपने ग्राहकों के लिए मुफ्त एटीएम लेनदेन की संख्या को खातों में रखी औसत मासिक शेष राशि (AMB) के आधार पर तय किया है.
क्या करें ग्राहक?
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मुफ्त लेनदेन की सीमा के भीतर ही एटीएम का इस्तेमाल करें या फिर डिजिटल बैंकिंग जैसे UPI, नेट बैंकिंग आदि का उपयोग बढ़ाएँ, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके.
You may also like
तेजस्वी को मिला ऐआईयमआईयम का प्रस्ताव, 'अलायंस करें वरना...'?
पाक बेनकाब
आज का दिन पांच राशियों के लिए बना है बेहद शुभ, जानें किन राशि वालों को मिलेगी धन, प्रेम और तरक्की की सौगात
धारावी रिडेवलपमेंट के अपात्रों को कुर्ला में मिलेगी शरण, जानें कितने लोगों को है शिफ्ट करने की तैयारी
गरुड़ पुराण में मृत्यु के रहस्य: अंतिम क्षणों में क्या होता है?