उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों और मानवता को शर्मसार कर दिया है। यहां एक नाबालिग पोते ने अपने दादा की हत्या कर दी, क्योंकि वह स्मार्टफोन की मांग पूरी नहीं कर सका। उसने अपने एक मित्र के साथ मिलकर इस हत्या की योजना बनाई और लोहे की रॉड से हमला कर दादा को मार डाला। वर्तमान में, दोनों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
रिटायर्ड फौजी की हत्या का मामला
यह मामला पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के रेहरवा गांव का है, जहां 4 अगस्त को रिटायर्ड फौजी रमापति पाण्डेय की हत्या की घटना हुई थी। अब पुलिस ने इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है कि हत्या का आरोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का नाबालिग पोता है।
पैसों को लेकर विवाद ने बढ़ाई स्थिति
जानकारी के अनुसार, रमापति पाण्डेय अपने पोते के साथ किराए के मकान में रहते थे और अक्सर पैसों को लेकर उनके बीच विवाद होता था। कई बार यह विवाद मारपीट तक पहुंच जाता था। घटना के दिन, पोते ने अपने दादा से मोबाइल फोन खरीदने के लिए पैसे मांगे, लेकिन जब दादा ने पैसे देने से मना कर दिया, तो उनके बीच झगड़ा हो गया।
दोस्त के साथ मिलकर की गई हत्या
बताया गया है कि झगड़े के दौरान दादा ने पोते को गाली दी, जिससे नाराज होकर नाबालिग ने पास में रखी लोहे की रॉड से उन पर हमला कर दिया। इस दौरान उसका दोस्त अजहरुद्दीन भी वहां मौजूद था, जिसने ईंट से रमापति पर वार किया। इस हमले के कारण दादा की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद, दोनों आरोपी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे। नाबालिग ने दावा किया कि जब वह घर लौटा, तो उसने अपने दादा को कमरे में खून से लथपथ पाया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि नाबालिग ने मोबाइल फोन के लिए हत्या की थी, जिसमें उसके साथी अजहरुद्दीन ने मदद की। अजहरुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है और नाबालिग को हिरासत में लिया गया है।
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