हैदराबाद, 24 अगस्त . तेलंगाना के Chief Minister ए. रेवंत रेड्डी और भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने Sunday को पूर्व सीपीआई महासचिव और पूर्व Lok Sabha सदस्य सुरवरम सुधाकर रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की. रेड्डी का 22 अगस्त को निधन हो गया था.
Chief Minister ने भाकपा कार्यालय मखदूम भवन पहुंचकर सुधाकर रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों व पार्टी नेताओं को सांत्वना दी.
भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा, राष्ट्रीय सचिव नारायण, राज्य सचिव के. संबाशिव राव और अन्य नेता भी उपस्थित थे.
Chief Minister ने भाकपा कार्यालय में रखी शोक पुस्तिका में अपने विचार व्यक्त किए.
Chief Minister ने सुधाकर रेड्डी को एक ऐसा नेता बताया जिन्होंने गरीबों और बहुजन समाज के लिए संघर्ष किया. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता ने हमेशा मूल्य-आधारित राजनीति की और उनके आदर्शों का पालन करना ही उन्हें सर्वोत्तम श्रद्धांजलि होगी.
Chief Minister रेवंत रेड्डी ने कहा कि वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, तेलंगाना कांग्रेस और State government की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार सुधाकर रेड्डी की सेवाओं को मान्यता देगी और उनको अमर बनाए रखने के लिए उनके नाम पर किसी विकास परियोजना का नामकरण करेगी.
पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने सुधाकर रेड्डी के निधन को राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया.
राज्य मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव, सीताक्का और राज्य विधान परिषद के अध्यक्ष जी. सुखेंद्र रेड्डी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए.
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने भी सुधाकर रेड्डी को श्रद्धांजलि अर्पित की.
इससे पहले, सुधाकर रेड्डी के पार्थिव शरीर को केयर अस्पताल, गाचीबोवली से सीपीआई कार्यालय ले जाया गया, जहां Friday को उम्र संबंधी समस्याओं के कारण उनका निधन हो गया था.
उनके पार्थिव शरीर को शाम तक सीपीआई कार्यालय में रखा जाएगा ताकि नेता, कार्यकर्ता और अनुयायी उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें.
आंध्र प्रदेश के Chief Minister एन. चंद्रबाबू नायडू और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.
State government ने राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया है.
आधिकारिक सम्मान के बाद, सुधाकर रेड्डी का पार्थिव शरीर गांधी मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया जाएगा.
सुधाकर रेड्डी 83 वर्ष के थे और उनके दो पुत्र हैं.
सुधाकर रेड्डी 2012 से 2019 तक भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे और उन्होंने दो बार Lok Sabha में नलगोंडा का प्रतिनिधित्व किया. वे 12वीं और 14वीं Lok Sabha के सदस्य रहे. संसद सदस्य रहते हुए उन्होंने श्रम संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया.
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केआर/
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