नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में इस बार वोटिंग पर्सेंटेज में 3% की गिरावट आई। सुबह 9 बजे से 5:30 बजे तक वोटिंग चली। कुछ पोलिंग सेंटर में यह करीब आधा एक घंटा देरी से शुरू हुई। काउंटिंग आज पूरे दिन जारी रहेगी। रिजल्ट आज देर रात तक आ सकता है। हालांकि चुनाव समिति ने कहा है कि गुरुवार को रिजल्ट का ऐलान होगा। ढोल, नगाड़े और नारे के साथ हर विंग से जुड़े स्टूडेंट्स ने जश्न मनाया। यह इंटरनैशनल स्टूडेंट्स के लिए एक मस्ती का दिन भी बना।
7 कैंडिडेट्स प्रेजिडेंट पोस्ट की रेस मेंJNU में इस बार 7 कैंडिडेट्स प्रेजिडेंट पोस्ट की रेस में है। लेफ्ट पैनल में इस बार AISA, SFI, DSF मिलकर ABVP के खिलाफ है। इस पैनल से प्रेजिडेंट की रेस में अदिति मिश्रा है। वोटिंग डे पर अदिति ने कहा, लेफ्ट पैनल हमेशा से ही हर मुद्दे को उठा रहा है। चाहे वो फंड कट हो या इंफ्रास्ट्रक्चर या फिर प्राइवेटाइजेशन की कोशिश या फिर पॉलिटिकल मुद्दे। स्टूडेंट्स हमारी मुद्दों को समझते हैं और इस बार भी साथ देंगे। वहीं, ABVP के प्रेजिडेंट कैंडिडेट विकास पटेल ने कहा कि लेफ्ट ने कैंपस बर्बाद किया है। मुझे लगता है कि स्टूडेंट्स हमें साथ दे रहे हैं। वहीं, इस चुनाव की लड़ाई में NSUI, BAPSA, दिशा संगठन संग निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में है। हालांकि टक्कर लेफ्ट और राइट के बीच ही मानी जा रही है। पिछले साल ABVP ने एक सीट लेफ्ट से जीती थी।
पहली बार एक साल में दो बार चुनावJNUSU 2024-25 का चुनाव इसी साल 25 अप्रैल 2025 को हुआ था, यूनियन का कार्यकाल महज साढ़े पांच महीने का रहा। ऐसा पहली बार हुआ है कि चुनाव एक ही साल में दो बार हुए हैं। पीएचडी स्टूडेंट निहारिका कहती हैं, लेफ्ट के सामने ABVP एक चुनौती बनकर आया है। स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज के स्टूडेंट राजन यादव ने कहा कि JNU में यूनियन की स्थित अब सही नहीं है और वो असल मुद्दों पर काम भी नहीं कर पा रही है। एमए स्टूडेंट दीप्ति ने कहा कि हमारे हॉस्टल बुरी हालत में हैं, लाइब्रेरी में बैठने की जगह नहीं मिलती।
7 कैंडिडेट्स प्रेजिडेंट पोस्ट की रेस मेंJNU में इस बार 7 कैंडिडेट्स प्रेजिडेंट पोस्ट की रेस में है। लेफ्ट पैनल में इस बार AISA, SFI, DSF मिलकर ABVP के खिलाफ है। इस पैनल से प्रेजिडेंट की रेस में अदिति मिश्रा है। वोटिंग डे पर अदिति ने कहा, लेफ्ट पैनल हमेशा से ही हर मुद्दे को उठा रहा है। चाहे वो फंड कट हो या इंफ्रास्ट्रक्चर या फिर प्राइवेटाइजेशन की कोशिश या फिर पॉलिटिकल मुद्दे। स्टूडेंट्स हमारी मुद्दों को समझते हैं और इस बार भी साथ देंगे। वहीं, ABVP के प्रेजिडेंट कैंडिडेट विकास पटेल ने कहा कि लेफ्ट ने कैंपस बर्बाद किया है। मुझे लगता है कि स्टूडेंट्स हमें साथ दे रहे हैं। वहीं, इस चुनाव की लड़ाई में NSUI, BAPSA, दिशा संगठन संग निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में है। हालांकि टक्कर लेफ्ट और राइट के बीच ही मानी जा रही है। पिछले साल ABVP ने एक सीट लेफ्ट से जीती थी।
पहली बार एक साल में दो बार चुनावJNUSU 2024-25 का चुनाव इसी साल 25 अप्रैल 2025 को हुआ था, यूनियन का कार्यकाल महज साढ़े पांच महीने का रहा। ऐसा पहली बार हुआ है कि चुनाव एक ही साल में दो बार हुए हैं। पीएचडी स्टूडेंट निहारिका कहती हैं, लेफ्ट के सामने ABVP एक चुनौती बनकर आया है। स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज के स्टूडेंट राजन यादव ने कहा कि JNU में यूनियन की स्थित अब सही नहीं है और वो असल मुद्दों पर काम भी नहीं कर पा रही है। एमए स्टूडेंट दीप्ति ने कहा कि हमारे हॉस्टल बुरी हालत में हैं, लाइब्रेरी में बैठने की जगह नहीं मिलती।
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