क्या वो पक्षी जो 300 साल पहले दुनिया से लुप्त हो गया था, वो अब फिर लौटने जा रहा है? वैज्ञानिकों का जवाब है-हां। करीब 300 साल पहले डोडो पक्षी इस धरती से खत्म हो गए थे। लेकिन टेक्सास की एक कंपनी के वैज्ञानिक फिर से इन्हें धरती पर लाने की कोशिशों के जुटे हैं। इन वैज्ञानिकों का दावा है कि डोडो पक्षी को फिर से जिंदा करने के वे बेहद करीब हैं।
अगर ऐसा होता है तो न सिर्फ विज्ञान बल्कि वाइल्डलाइफ की दुनिया में भी यह नया चमत्कार होगा। कोलॉसल बायो-साइंसेज नाम की कंपनी ने दावा किया है कि रिसचर्स ने पहली बार कबूतर के प्राइमॉर्डियल जर्म सेल्स (PGCs) तैयार कर लिए हैं। इन्हीं सेल्स के जरिए शुक्राणु और अंडाणु बनते हैं। कंपनी के CEO और सह-संस्थापक बेन लैम की मानें तो वैज्ञानिकों ने ऐसा कल्चर तैयार कर लिया है, जिनमें कबूतर के PGCs लंबे समय तक जिंदा रहते हैं। यह डोडो पक्षी को फिर से जिंदा करने में अहम कदम है।
1662 में आखिरी बार दिखे थे डोडोअगर यह प्रयोग सफल रहता है तो दुनिया से लुप्त हुए कई पशु-पक्षियों को वापस जिंदा करने की उम्मीद जग सकती है। आखिरी डोडो पक्षी को 1662 में मॉरीशस द्वीप में देखा गया था। यह पक्षी उड़ नहीं सकता है। इसके बाद से इसे विलुप्त प्रजाति मान लिया गया था। माना जा रहा है कि अब फिर से हमें डोडो पक्षी दिखाई देंगे।
मुर्गियों के लिए तैयार की थी तकनीककरीब 20 साल पहले इस सेल कल्चर की प्रक्रिया को मुर्गियों के लिए तैयार किया गया था। दुर्भाग्य से यह किसी दूसरे पक्षी पर कभी काम नहीं आई। यहां तक कि मुर्गियों के बेहद करीब माने जाने वाली बटेरों पर भी नहीं। लेकिन कोलॉसल की खोज कबूतरों पर काम कर रही है और इससे डोडो प्रोजेक्ट को नई उम्मीद मिली है। हालांकि इसके लिए 5 से 7 साल का इंतजार करना होगा।
1000 करोड़ जुटाने की कोशिशकोलॉसल कंपनी में दिग्गज एक्टर भी निवेश कर रहे हैं। इनमें एक्टर थोर की भूमिका के लिए मशहूर क्रिस हेम्सवर्थ, निकोलस ब्रॉन और इन्फ्लुएंसर पेरिस हिल्टन जैसे नाम शामिल हैं। यह कंपनी डोडो समेत कई विलुप्त प्रजातियों को फिर से जिंदा करने के लिए 120 मिलियन डॉलर (करीब 1057 करोड़ रुपये) जुटाने की कोशिश में है।
ये प्रजातियां भी लौटेंगी धरती परकंपनी चाहती है कि मैमथ हाथी, तस्मानियाई टाइगर, डायर वुल्फ और साउथ आइलैंड जायंट मोआ जैसी विलुप्त प्रजातियों को भी फिर से जिंदा कर लिया जाए। कोलॉसल 'लॉर्ड ऑफ द रिंग्स' के निर्देशक पीटर जैक्सन के साथ मिलकर न्यूजीलैंड की प्रजाति मोआ को फिर से वापस लाने में जुटी हुई है।
13000 साल पुराने भेड़िए को जिंदा करने का दावाइस कंपनी का दावा है कि करीब 13000 साल पहले विलुप्त हो गई डायर वुल्फ को फिर से जिंदा किया है। इसके लिए उन्होंने 13000 साल पुराने दांत और 72000 साल पुरानी खोपड़ी से निकाले डीएनए का इस्तेमाल किया। कंपनी का यह भी कहना है कि 2028 तक वो विशालकाय हाथी मैमथ के बच्चे को भी पैदा कर लेंगे।
अगर ऐसा होता है तो न सिर्फ विज्ञान बल्कि वाइल्डलाइफ की दुनिया में भी यह नया चमत्कार होगा। कोलॉसल बायो-साइंसेज नाम की कंपनी ने दावा किया है कि रिसचर्स ने पहली बार कबूतर के प्राइमॉर्डियल जर्म सेल्स (PGCs) तैयार कर लिए हैं। इन्हीं सेल्स के जरिए शुक्राणु और अंडाणु बनते हैं। कंपनी के CEO और सह-संस्थापक बेन लैम की मानें तो वैज्ञानिकों ने ऐसा कल्चर तैयार कर लिया है, जिनमें कबूतर के PGCs लंबे समय तक जिंदा रहते हैं। यह डोडो पक्षी को फिर से जिंदा करने में अहम कदम है।
1662 में आखिरी बार दिखे थे डोडोअगर यह प्रयोग सफल रहता है तो दुनिया से लुप्त हुए कई पशु-पक्षियों को वापस जिंदा करने की उम्मीद जग सकती है। आखिरी डोडो पक्षी को 1662 में मॉरीशस द्वीप में देखा गया था। यह पक्षी उड़ नहीं सकता है। इसके बाद से इसे विलुप्त प्रजाति मान लिया गया था। माना जा रहा है कि अब फिर से हमें डोडो पक्षी दिखाई देंगे।
🚨🦤✨ HUGE breakthroughs on the path to bringing back the dodo. From gene-edited birds to the first pigeon primordial germ cells, and more, extinction is losing.
— Colossal Biosciences® (@colossal) September 17, 2025
Scroll through and feel the rise of “Big Dodo Energy.”
(1/11) pic.twitter.com/HMWPKeXefm
मुर्गियों के लिए तैयार की थी तकनीककरीब 20 साल पहले इस सेल कल्चर की प्रक्रिया को मुर्गियों के लिए तैयार किया गया था। दुर्भाग्य से यह किसी दूसरे पक्षी पर कभी काम नहीं आई। यहां तक कि मुर्गियों के बेहद करीब माने जाने वाली बटेरों पर भी नहीं। लेकिन कोलॉसल की खोज कबूतरों पर काम कर रही है और इससे डोडो प्रोजेक्ट को नई उम्मीद मिली है। हालांकि इसके लिए 5 से 7 साल का इंतजार करना होगा।
1000 करोड़ जुटाने की कोशिशकोलॉसल कंपनी में दिग्गज एक्टर भी निवेश कर रहे हैं। इनमें एक्टर थोर की भूमिका के लिए मशहूर क्रिस हेम्सवर्थ, निकोलस ब्रॉन और इन्फ्लुएंसर पेरिस हिल्टन जैसे नाम शामिल हैं। यह कंपनी डोडो समेत कई विलुप्त प्रजातियों को फिर से जिंदा करने के लिए 120 मिलियन डॉलर (करीब 1057 करोड़ रुपये) जुटाने की कोशिश में है।
ये प्रजातियां भी लौटेंगी धरती परकंपनी चाहती है कि मैमथ हाथी, तस्मानियाई टाइगर, डायर वुल्फ और साउथ आइलैंड जायंट मोआ जैसी विलुप्त प्रजातियों को भी फिर से जिंदा कर लिया जाए। कोलॉसल 'लॉर्ड ऑफ द रिंग्स' के निर्देशक पीटर जैक्सन के साथ मिलकर न्यूजीलैंड की प्रजाति मोआ को फिर से वापस लाने में जुटी हुई है।
13000 साल पुराने भेड़िए को जिंदा करने का दावाइस कंपनी का दावा है कि करीब 13000 साल पहले विलुप्त हो गई डायर वुल्फ को फिर से जिंदा किया है। इसके लिए उन्होंने 13000 साल पुराने दांत और 72000 साल पुरानी खोपड़ी से निकाले डीएनए का इस्तेमाल किया। कंपनी का यह भी कहना है कि 2028 तक वो विशालकाय हाथी मैमथ के बच्चे को भी पैदा कर लेंगे।
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