आगरा: आगरा-मथुरा हाईवे के न्यू आगरा थाना इलाके में बुधवार रात एक वाहन शोरूम की छत पर बने स्टोर रूम में अचानक आग लग गई। इससे पास ही बने अस्पताल में धुआं भर गया और मरीजों तथा स्टाफ में अफरातफरी मच गई। जानकारी के अनुसार, जुहावर नगर स्थित शोरूम में सबसे ऊपर स्थित स्टोर रूम में पहले कुछ लपटें निकलीं। आग की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और तीन दमकल गाड़ियां पहुंचीं, जिन्होंने काफी कोशिश के बाद आग को नियंत्रित किया।
यह शोरूम सीधे एक अस्पताल की दीवार के बराबर बना हुआ था, और जब आग फैली तो धुएं की मोटी चादर अस्पताल के अंदर तक पहुंच गई। अस्पताल के अंदर मरीजों को तुरंत बाहर निकालने का आदेश दिया गया, वार्ड खाली कराए गए।
अस्पताल की पहली मंजिल पर आईसीयू, दूसरी पर जनरल वार्ड और तीसरी पर प्राइवेट वार्ड स्थित हैं। धुआं अस्पताल के अंदर फैला जिससे 35 मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। आईसीयू में भर्ती सात मरीजों सहित कुल 35 मरीजों को स्थानीय लोगों और कर्मचारियों की मदद से आक्सीजन सपोर्ट देकर सुरक्षित निकाल लिया गया। इस दौरान एक सात महीने की बच्ची भी निकाली गई।
आग लगने का कारण फिलहाल बताना अभी बाकी है, लेकिन प्रथम दृष्टया यह बताया गया है कि एयर कंडीशनर (एसी) यूनिट से निकली चिंगारी ने आग को जन्म दिया जिस-से छत के स्टोर रूम में मौजूद सामग्री तेजी से जल उठी। आग की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और तीन दमकल गाड़ियां पहुंचीं, जिन्होंने काफी कोशिश के बाद आग को नियंत्रित किया।
इस घटना में अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन अस्पताल में धुएं के कारण कामकाज प्रभावित हुआ और मरीजों को सुरक्षा के लिहाज़ से तत्काल बाहरी इलाके या वेटिंग ज़ोन में स्थानांतरित किया गया। शोरूम तथा अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बताया कि धुआं इतनी मात्रा में था कि अस्पताल की खिड़कियाँ और वेंटिलेशन प्रभावित हो गए।
स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि यह पता चल सके कि आग लगने का मूल कारण क्या था- किन्हीं सुरक्षा मानकों की अनदेखी तो नहीं हुई थी, शोरूम में अग्नि सुरक्षा प्रबंध कितने पर्याप्त थे, और अस्पताल के समक्ष शोरूम की स्थिति सुरक्षा के लिहाज़ से कितनी उपयुक्त थी।
यह शोरूम सीधे एक अस्पताल की दीवार के बराबर बना हुआ था, और जब आग फैली तो धुएं की मोटी चादर अस्पताल के अंदर तक पहुंच गई। अस्पताल के अंदर मरीजों को तुरंत बाहर निकालने का आदेश दिया गया, वार्ड खाली कराए गए।
अस्पताल की पहली मंजिल पर आईसीयू, दूसरी पर जनरल वार्ड और तीसरी पर प्राइवेट वार्ड स्थित हैं। धुआं अस्पताल के अंदर फैला जिससे 35 मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। आईसीयू में भर्ती सात मरीजों सहित कुल 35 मरीजों को स्थानीय लोगों और कर्मचारियों की मदद से आक्सीजन सपोर्ट देकर सुरक्षित निकाल लिया गया। इस दौरान एक सात महीने की बच्ची भी निकाली गई।
आग लगने का कारण फिलहाल बताना अभी बाकी है, लेकिन प्रथम दृष्टया यह बताया गया है कि एयर कंडीशनर (एसी) यूनिट से निकली चिंगारी ने आग को जन्म दिया जिस-से छत के स्टोर रूम में मौजूद सामग्री तेजी से जल उठी। आग की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और तीन दमकल गाड़ियां पहुंचीं, जिन्होंने काफी कोशिश के बाद आग को नियंत्रित किया।
इस घटना में अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन अस्पताल में धुएं के कारण कामकाज प्रभावित हुआ और मरीजों को सुरक्षा के लिहाज़ से तत्काल बाहरी इलाके या वेटिंग ज़ोन में स्थानांतरित किया गया। शोरूम तथा अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बताया कि धुआं इतनी मात्रा में था कि अस्पताल की खिड़कियाँ और वेंटिलेशन प्रभावित हो गए।
स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं ताकि यह पता चल सके कि आग लगने का मूल कारण क्या था- किन्हीं सुरक्षा मानकों की अनदेखी तो नहीं हुई थी, शोरूम में अग्नि सुरक्षा प्रबंध कितने पर्याप्त थे, और अस्पताल के समक्ष शोरूम की स्थिति सुरक्षा के लिहाज़ से कितनी उपयुक्त थी।
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