अहमदाबाद: 2022 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने गुजरात में लगातार सातवीं बार जीत हासिल करते हुए 86 फीसदी सीटें जीतकर रिकॉर्ड स्थापित किया था। गुजरात में अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए बीजेपी ने मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव किया है लेकिन आम आदमी पार्टी के डेडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा सत्तारूढ़ बीजेपी की नींद उड़ाए हुए हैं। वडोदरा की सेंट्रल जेल से छूटने के बाद चैतर वसावा की लोकप्रियता में जबरदस्त इजाफा सामने आया है। उनकी दाहोद और छोटा उदेपुर जिलों के कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ी। चैतर वसावा को जब ढाई महीने बाद हाईकोर्ट ने जमानत दी थी तब कोर्ट ने शर्त लगाई थी कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र नहीं जा सकेंगे। चैतर वसावा इस पाबंदी के बाद अब गुजरात की आदिवासी बेल्ट में घूम रहे हैं।
चैतर वसावा का बड़ा दावा
'गुजरात जोड़ो' सदस्यता अभियान और पदयात्रा को समर्थन मिलने के बाद चैतर वसावा ने बड़ी हुंकार भरी है। वसावा ने कहा है कि छोटा उदेपुर में 'गुजरात जोड़ो' अभियान के तहत लोगों का हमें अपार प्यार और सम्मान मिला। यह जन सैलाब बता रहा है, की गुजरात में BJP का अंत निश्चित है। कोने-कोने से हजारों लोग BJP की तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हो चुके हैं। चैतर वसावा सिर्फ आदिवासी बेल्ट में आप के सदस्यता अभियान की ही अगुवाई नहीं कर रहे बल्कि विधानसभा में विधायक दल के नेता के तौर सरकार पर हमला भी बोल रहे हैं।
सरकार को भी घेर रहे वसावा
डेडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा ने मंगलवार को कहा कि पिछले साल अगस्त में सरकार ने अतिवृष्टि के मुआवजे के रूप में 319 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी और दूसरे चरण में 1415 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई थी, लेकिन नुकसान के फार्म भरने वाले सभी किसानों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है और 1734 करोड़ रुपये की घोषणा के बाद भी 500 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया है। चैतर वसावा जब डेडियापाड़ा से तीन साल पहले जीते थे। तब उनका प्रभाव नर्मदा जिले में ही सीमित माना गया था। अब वह समूची आदिवासी पट्टी में एक लहर बनकर उभरे हैं। वसावा की उम्र अभी 37 साल है। वह 34 साल की उम्र में विधायक बने थे। आदिवासी रीति-रिवास के हिसाब से उनकी दो पत्नियां हैं। वह भी चैतर वसावा का कंधे से कंधा मिलाकर साथ देर ही हैं।
छोटा उदयपुर में "गुजरात जोड़ो" अभियान के तहत लोगों का हमें अपार प्यार और सम्मान मिला।
— Chaitar Vasava AAP (@Chaitar_Vasava) October 28, 2025
यह जन सैलाब बता रहा है, की गुजरात में BJP का अंत निश्चित है। कोने-कोने से हज़ारों लोग BJP की तानाशाही और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ने के लिए तैयार हो चुके हैं।@ArvindKejriwal @AamAadmiParty pic.twitter.com/NS35nph0EZ
चैतर वसावा का बड़ा दावा
'गुजरात जोड़ो' सदस्यता अभियान और पदयात्रा को समर्थन मिलने के बाद चैतर वसावा ने बड़ी हुंकार भरी है। वसावा ने कहा है कि छोटा उदेपुर में 'गुजरात जोड़ो' अभियान के तहत लोगों का हमें अपार प्यार और सम्मान मिला। यह जन सैलाब बता रहा है, की गुजरात में BJP का अंत निश्चित है। कोने-कोने से हजारों लोग BJP की तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हो चुके हैं। चैतर वसावा सिर्फ आदिवासी बेल्ट में आप के सदस्यता अभियान की ही अगुवाई नहीं कर रहे बल्कि विधानसभा में विधायक दल के नेता के तौर सरकार पर हमला भी बोल रहे हैं।
दाहोद जिले के गोविंदगुरु लिमड़ी तालुका के डूंगरी गाँव में आयोजित "गुजरात जोड़ो" जनसभा अभियान कार्यक्रम के तहत हजारों युवा और स्थानीय लोग @AAPGujarat में शामिल हुए। यह जनसैलाब बता रहा है कि गुजरात में बदलाव आने वाला है। @ArvindKejriwal @AamAadmiParty pic.twitter.com/ZZreAnjVQQ
— Chaitar Vasava AAP (@Chaitar_Vasava) October 26, 2025
सरकार को भी घेर रहे वसावा
डेडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा ने मंगलवार को कहा कि पिछले साल अगस्त में सरकार ने अतिवृष्टि के मुआवजे के रूप में 319 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी और दूसरे चरण में 1415 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई थी, लेकिन नुकसान के फार्म भरने वाले सभी किसानों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है और 1734 करोड़ रुपये की घोषणा के बाद भी 500 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया है। चैतर वसावा जब डेडियापाड़ा से तीन साल पहले जीते थे। तब उनका प्रभाव नर्मदा जिले में ही सीमित माना गया था। अब वह समूची आदिवासी पट्टी में एक लहर बनकर उभरे हैं। वसावा की उम्र अभी 37 साल है। वह 34 साल की उम्र में विधायक बने थे। आदिवासी रीति-रिवास के हिसाब से उनकी दो पत्नियां हैं। वह भी चैतर वसावा का कंधे से कंधा मिलाकर साथ देर ही हैं।





