मुंबई: चश्मे (Eyewear) बेचने वाली कंपनी लेंसकार्ट सॉल्यूशंस (Lenskart Solution) का 7,278 करोड़ रुपये का IPO (Initial Public Offering) पर निवेशकों ने भर कर प्यार लुटाया। बीते मंगलवार को इसमें बोली लगाने का आखिरी दिन था। उस दिन शाम सात बजे तक यह 28.26 गुना सब्सक्राइब हुआ।
281 करोड़ से ज्यादा शेयरों के लिए मिली बोलीBSE से शाम 7 बजे तक के मिले आंकड़ों के अनुसार निवेशकों ने इस IPO में काफी दिलचस्पी दिखाई है। पहले इसका वैल्यूएशन (मूल्यांकन) काफी महंगा बताया जा रहा था। इसलिए शुरुआती दिन इसमें कोई उल्लेखनीय निवेश नहीं हुआ था। लेकिन अंतिम दिन कुल मिलाकर, 281.88 करोड़ शेयरों के लिए निवेशकों ने बोली लगाई। हालांकि कंपनी ने 9.98 करोड़ शेयर ही आईपीओ के जरिए बेच रहे थे।
किन्होंने कितनी लगाई बोलीआईवियर रिटेलर के इस IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) का हिस्सा 40.35 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) का हिस्सा 18.23 गुना और रिटेल इन्वेस्टर्स का हिस्सा 7.54 गुना सब्सक्राइब हुआ। कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्सा 4.96 गुना सब्सक्राइब हुआ। लेंसकार्ट ने बीते सप्ताह गुरुवार को एंकर इन्वेस्टर्स से 3,268 करोड़ रुपये जुटाए थे।
निवेशकों का उत्साह दिखासैमको सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अपूर्व सेठ ने कहा, 'IPO से पहले राधाकिशन दमानी जैसे बड़े निवेशकों और कई टॉप म्यूचुअल फंड्स का निवेश लेंसकार्ट IPO के प्रति सेंटीमेंट (भावना) को बढ़ाने वाला लगता है।' उन्होंने आगे कहा, 'इतनी मजबूत सब्सक्रिप्शन संख्याएं साफ तौर पर निवेशकों के उत्साह को दर्शाती हैं, भले ही यह इश्यू महंगा लग रहा हो।'SPTulsian इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स की IPO एक्सपर्ट गीतांजलि केडिया ने बताया, 'नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स, जो आमतौर पर वैल्यूएशन और बिजनेस के भविष्य को देखकर बोली लगाते हैं, उन्होंने हाल के कुछ बड़े IPO की तुलना में कम भागीदारी दिखाई। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनका मानना है कि यह IPO महंगा है।'
क्या था शेयर का दामयह IPO बीते शुक्रवार को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसका प्राइस बैंड 382 से 402 प्रति शेयर तय किया गया था। इस ऑफर में ₹2,150 करोड़ का फ्रेश इश्यू (नया इश्यू) और ₹5,128.02 करोड़ का OFS (ऑफर फॉर सेल) शामिल था।
क्या है जीएमपीलेंसकार्ट के शेयरों के लिए ग्रे मार्केट में प्रीमियम घट रहा है। बुधवार की सुबह इसके लिए 39 रुपये या 9.70 फीसदी प्रीमियम कोट किया जा रहा था। पहले इसका प्रीमियम 14 फीसदी तक गया था। ग्रे मार्केट प्रीमियम वह अतिरिक्त राशि है जो निवेशक किसी IPO के शेयर के लिए अनौपचारिक बाजार में देने को तैयार रहते हैं, इससे पहले कि शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हों। यह अक्सर IPO की लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत में संभावित उछाल का संकेत देता है।
281 करोड़ से ज्यादा शेयरों के लिए मिली बोलीBSE से शाम 7 बजे तक के मिले आंकड़ों के अनुसार निवेशकों ने इस IPO में काफी दिलचस्पी दिखाई है। पहले इसका वैल्यूएशन (मूल्यांकन) काफी महंगा बताया जा रहा था। इसलिए शुरुआती दिन इसमें कोई उल्लेखनीय निवेश नहीं हुआ था। लेकिन अंतिम दिन कुल मिलाकर, 281.88 करोड़ शेयरों के लिए निवेशकों ने बोली लगाई। हालांकि कंपनी ने 9.98 करोड़ शेयर ही आईपीओ के जरिए बेच रहे थे।
किन्होंने कितनी लगाई बोलीआईवियर रिटेलर के इस IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) का हिस्सा 40.35 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) का हिस्सा 18.23 गुना और रिटेल इन्वेस्टर्स का हिस्सा 7.54 गुना सब्सक्राइब हुआ। कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्सा 4.96 गुना सब्सक्राइब हुआ। लेंसकार्ट ने बीते सप्ताह गुरुवार को एंकर इन्वेस्टर्स से 3,268 करोड़ रुपये जुटाए थे।
निवेशकों का उत्साह दिखासैमको सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अपूर्व सेठ ने कहा, 'IPO से पहले राधाकिशन दमानी जैसे बड़े निवेशकों और कई टॉप म्यूचुअल फंड्स का निवेश लेंसकार्ट IPO के प्रति सेंटीमेंट (भावना) को बढ़ाने वाला लगता है।' उन्होंने आगे कहा, 'इतनी मजबूत सब्सक्रिप्शन संख्याएं साफ तौर पर निवेशकों के उत्साह को दर्शाती हैं, भले ही यह इश्यू महंगा लग रहा हो।'SPTulsian इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स की IPO एक्सपर्ट गीतांजलि केडिया ने बताया, 'नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स, जो आमतौर पर वैल्यूएशन और बिजनेस के भविष्य को देखकर बोली लगाते हैं, उन्होंने हाल के कुछ बड़े IPO की तुलना में कम भागीदारी दिखाई। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनका मानना है कि यह IPO महंगा है।'
क्या था शेयर का दामयह IPO बीते शुक्रवार को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसका प्राइस बैंड 382 से 402 प्रति शेयर तय किया गया था। इस ऑफर में ₹2,150 करोड़ का फ्रेश इश्यू (नया इश्यू) और ₹5,128.02 करोड़ का OFS (ऑफर फॉर सेल) शामिल था।
क्या है जीएमपीलेंसकार्ट के शेयरों के लिए ग्रे मार्केट में प्रीमियम घट रहा है। बुधवार की सुबह इसके लिए 39 रुपये या 9.70 फीसदी प्रीमियम कोट किया जा रहा था। पहले इसका प्रीमियम 14 फीसदी तक गया था। ग्रे मार्केट प्रीमियम वह अतिरिक्त राशि है जो निवेशक किसी IPO के शेयर के लिए अनौपचारिक बाजार में देने को तैयार रहते हैं, इससे पहले कि शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हों। यह अक्सर IPO की लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत में संभावित उछाल का संकेत देता है।
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