फरीदाबाद : अरावली वन क्षेत्र में बार-बार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना हो रही है, लेकिन स्थानीय प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। जितनी तेजी से जून में अरावली में बने 240 अवैध फार्म हाउस, मैरिज गार्डन और बैंक्विट हॉल तोड़े गए थे, अब फिर से इनकी रिपेयरिंग का काम किया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि नवंबर महीने में शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा, इसलिए इन्हें फिर से सजाया जा रहा है। यहां तक जाने वाले रास्तों को सितंबर महीने में प्रशासन ने खुदवा दिया था, लेकिन माफियाओं ने इन गड्डों को मिट्टी से भरकर समतल कर दिया है, ताकि गाड़ियों का आवागमन जंगल के अंदर आसानी से हो सके। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि किसी भी तरह का निर्माण नहीं हो रहा है। फिर भी अगर ऐसा हो रहा है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।
जंगलों में किया गया है अवैध निर्माण
बता दें कि अरावली वन क्षेत्र में पंजाब भू-संरक्षण अधिनियम 1900 की धारा 4 और 5 लागू होती है। यानी की अरावली के अंदर लगे चार गांवों अनंगपुर, अनखीर, लकड़पुर और मेवला महाराजपुर के जंगलों में किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है। लेकिन भू माफिया ने जमीनें बेचकर वहां मैरिज गार्डन, बैंक्विट हॉल और फार्महाउस तैयार कर लिए है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि इन सभी अवैध निर्माण को पूरी तरह से हटाकर वहां ग्रीनरी लगाई जाए। इस आदेश की पालना करते हुए वन विभाग ने जून महीने में बड़ी कार्रवाई की थी। कई बीजेपी नेता, नगर निगम अधिकारी, बिजली बोर्ड के अधिकारियों के फार्महाउस के अलावा मैरिज गार्डन और बैंक्विट हॉल तोड़े गए थे। कुल 240 स्ट्रक्चर तोड़कर उनका मलबा हटाने का काम किया जा रहा था। लेकिन अब फिर से इन मैरिज गार्डन को रिपेयर करने का काम शुरू कर दिया गया है।
अनंगपुर के मैरिज गार्डन हो रहे रिपेयर
अरावली स्थित सूरजकुंड रोड पर बड़े-बड़े मैरिज गार्डन बने हुए है। अनंगपुर चौक से जब सूरजकुंड के लिए चलेंगे तो लेफ्ट साइड में एक बड़ा मैरिज गार्डन तोड़ा गया था। इस गार्डन के बाहर की चारदीवारी को वन विभाग ने गिरा दिया था। मैन गेट भी तोड़ दिया था, क्योंकि वह निर्माण पीएलपीए के अंतर्गत आता था। लेकिन पिछले एक हफ्ते से मैरिज गार्डन के अंदर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। बाहर की चारदीवारी बनाई जा रही है। मुख्य गेट बनाने के लिए मजदूर लगे हुए है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि शादियों का सीजन शुरू हो चुका है, इसलिए इन मैरिज गार्डन की बुकिंग करने के लिए तैयार किया जा रहा है।
इतने हैं अवैध निर्माण
वैसे वन विभाग के ड्रोन सर्वे के मुताबिक, इस वक्त अरावली के चार गांवों अनंगपुर, अनखीर, लकड़पुर और मेवला महाराजपुर में 6793 अवैध निर्माण है। इनमें से 240 निर्माणों को अभी तक वन विभाग तोड़ चुका है। कुल 6553 अवैध निर्माण इस वक्त बचे हुए है जिसे आगे आने वाले दूसरे चरण में तोड़ा जाएगा। अनंगपुर में 5948, अनखीर में 339, लकड़पुर में 313 और मेवला महाराजपुर में 193 अवैध कब्जे है।
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