मुंबई: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य हैं। वह इन दिनों महाराष्ट्र के प्रवास पर हैं। गुरुवार को स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने दावा किया कि महाराष्ट्र सरकार ने संत अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को दिया गया राज्य अतिथि का दर्जा वापस ले लिया है। मुंबई बोरीवली पुलिस थाने में गोविंदानंद सरस्वती ने एक लिखित शिकायत भी दर्ज कराई। इसमें उन्होंने मांग की है कि अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और उनके सहयोगियों के खिलाफ अवैध गतिविधियों में कथित संलिप्तता और 363 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी के लिए मामला दर्ज करके जांच की जाए। गोविंदानंद के दावे पर अभी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
बोरीवली में दी एक लिखित शिकायत
आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में उपनगरीय मुंबई के बोरीवली पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को दिया गया "राज्य अतिथि" का दर्जा तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) द्वारा जारी और गृह विभाग को संबोधित एक पत्र के अनुसार, 7 जुलाई से 7 सितंबर के बीच महाराष्ट्र दौरे पर आए अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को सुरक्षा कारणों से राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया था। गोविंदानंद सरस्वती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह पत्र साझा किया।
पिछले साल भी बोला था हमला
गोविंदानंद सरस्वती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह पत्र साझा किया। पत्र के अनुसार, सरकार अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को दिया गया राजकीय अतिथि का दर्जा तत्काल प्रभाव से रद्द कर रही है। गोविंदानंद सरस्वती ने यह भी दावा किया कि मुंबई में अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का "गोमाता राष्ट्रमाता अभियान नकली था। पिछले साल अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कथित तौर पर गोविंदानंद सरस्वती पर उन्हें फेक बाबा कहने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया था। जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पिछले साल भी महाराष्ट्र के दौरे पर गए थे। उन्होंने अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी कार्यक्रम में शिरकत की थी। इसके बाद वह मातोश्री भी गए थे। (एजेंसी इनुपट के साथ)
बोरीवली में दी एक लिखित शिकायत
आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में उपनगरीय मुंबई के बोरीवली पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को दिया गया "राज्य अतिथि" का दर्जा तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) द्वारा जारी और गृह विभाग को संबोधित एक पत्र के अनुसार, 7 जुलाई से 7 सितंबर के बीच महाराष्ट्र दौरे पर आए अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को सुरक्षा कारणों से राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया था। गोविंदानंद सरस्वती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह पत्र साझा किया।
पिछले साल भी बोला था हमला
गोविंदानंद सरस्वती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह पत्र साझा किया। पत्र के अनुसार, सरकार अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को दिया गया राजकीय अतिथि का दर्जा तत्काल प्रभाव से रद्द कर रही है। गोविंदानंद सरस्वती ने यह भी दावा किया कि मुंबई में अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का "गोमाता राष्ट्रमाता अभियान नकली था। पिछले साल अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कथित तौर पर गोविंदानंद सरस्वती पर उन्हें फेक बाबा कहने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया था। जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पिछले साल भी महाराष्ट्र के दौरे पर गए थे। उन्होंने अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी कार्यक्रम में शिरकत की थी। इसके बाद वह मातोश्री भी गए थे। (एजेंसी इनुपट के साथ)
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