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सड़क पर सरपट दौड़ रही थी कार, पुलिस ने रोका तो 2 बोरियों में भरे मिले 15000000 के पुराने नोट!

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शादाब रिजवी, मुरादाबाद: डिलारी थाना क्षेत्र में कुछ लोग कार में 500 और 1000 रुपये की बंद हो चुकी करेंसी ले जा रहे थे। यह करेंसी 10-20 हजार नहीं पूरे डेढ़ करोड़ रुपये थे। ये पैसे दो बोरियों में भरा हुआ था। पुलिस ने एक सिपाही विक्‍की गौतम समेत रियाज और यासीन को गिरफ्तार किया है। तीन अन्य आरोपी यूसुफ, सत्तार और फैसल फरार हो गए। आरोपी रियाज दोनों पैरों से दिव्यांग है। आरोपियों का दावा है कि बैंक कर्मियों से मिलीभगत कर वह इन नोटों को बाजार में खपा देते थे।एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि नौ साल पहले हुई नोटबंदी में 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटबंद कर दिए गए थे। इसके बाद पुराने नोटों को बैंकों में बदला जाने लगा। हालांकि इस वक्त पुराने नोटों को बैंक में बदलने की समय-सीमा खत्म हो चुकी है। अब ये गिरोह दावा कर रहा है कि वह बैंक वालों से लेकर अभी भी इन नोटों को बदल देते थे। गिरोह के सदस्यों ने काम बंटे हुए थे। डेढ़ करोड़ के बदले 15 लाख रुपये कमीशन मिलतेसंभल निवासी फैसल पुराने नोटों को इकट्ठा करता। रामपुर के रियाज और यासीन के यहां जमा करने के बाद सत्तार को पहुंचाए जाते थे। सत्‍तार बिजनौर जिले में रहता है। वह पुराने नोटों के बदले 10% नए नोट देता था। डेढ़ करोड़ के बदले उसे 15 लाख रुपए मिलते। नोटों को खपा देता था गिरोहएसपी के मुताबिक सत्तार नोट खपा देता था। गैंग में शामिल बिजनौर जिले का यूसुफ भी है। कार की कार की डिग्गी प्लास्टिक की दो बोरी में नोट भरे थे। दोनों बोरी में 1000 के नोटों की 76 गड्डियां और 81 नोट अलग से थे। इस तरह 1000 के नोटों की कुल वैल्यू 76.81 लाख रुपए के बराबर निकली। दूसरी बोरी में पुराने 500 रुपए के नोटों की कुल 146 गड्डी और 36 नोट अलग से थे। इनकी कुल वैल्यू 73.18 लाख रुपए बैठी। इस तरह कुल पुराने नोटों की वैल्यू 1 करोड़ 49 लाख 99 हजार रुपए निकली। लंबे समय से गैरहाजिर चल रहा सिपाही विक्‍की गौतमएसपी के मुताबिक इनमें गिरफ्तार विक्की गौतम यूपी पुलिस में सिपाही है। उसकी तैनाती सीतापुर में है। वह लंबे समय से गैरहाजिर चल रहा है।
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