रामल्लाह: गाजा में बंदूकें थम चुकी हैं। तोपे खामोश हैं। हजारों जिंदगियां निगल जाने वाली बमबारी रुक चुकी है। सीजफायर के बाद कैद से छूटे लोग अपनों के बीच लौटे, तो हवा में आंसुओं और मुस्कानों की ठंडक तैर गई है। कोई अपने बेटे से लिपटा, कोई पति से, कोई पिता से। ट्रंप की मदद से हुए समझौते मे छूटे बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई से ढेरों दुख और उम्मीद की कहानियां सामने आई। वेस्ट बैंक के रामल्लाह में जब बसों से फलस्तीनी कैदी उतरे तो कई के चेहरे पीले और थके दिखे, कुछ को चलने में भी मुश्किल हो रही थी। 24 साल के अमरो अब्दुल्ला अपने चचेरे भाई रशीद उमर का इंतजार कर रहे थे, जिन्हें 2005 में उम्रकैद की सजा हुई थी। उन्होंने कहा, मैं शांति चाहता हूं। एक ऐसी जिंदगी जो सुरक्षित और आजाद हो।
इजरायल में नहीं मिलता था पूरा खाना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कई परिवारों ने दावा किया कि रिहा बंदियों को इजरायल में हाल के दिनों में मारपीट और भूख झेलनी पड़ी। इजरायल की शीर्ष अदालत ने माना था कि फलस्तीनी कैदियों को पर्याप्त भोजन नहीं दिया जा रहा। फलस्तीनी प्रिजनर्स क्लब से जुड़ी आया श्रेतेह (26) बीबीसी को बताती हैं कि पिछले एक साल में ज्यादातर बंदियों को जानबूझकर भूखा रखा गया, बीमार छोड़ा गया और मारा गया। आज हमें उम्मीद मिली है कि हालात जैसे भी हों, आजादी एक दिन जरूर आएगी।
बाइडन ने ट्रंप को दिया श्रेय
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने गाजा में युद्धविराम और 20 जीवित बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस समझौते का श्रेय दिया। कहा कि बंधकों की रिहाई और युद्धविराम समझौते को अंतिम रूप देने के लिए वे ट्रंप और उनकी टीम की सराहना करते हैं।
नेपाल के शख्स का शव मिला
हमास ने इजरायल को 4 बंधकों के शव सौपे, जिनमें नेपाली नागरिक विपिन जोशी भी शामिल थे। अक्टूबर 2023 में किबुत्ज अलुमीम से अगवा किए गए जोशी एग्रीकल्चर स्टडी प्रोग्राम पर इसाइल पहुंचे थे। डीएनए जांच के बाद शव नेपाल भेजा जाएगा। जोशी गाजा में बचे अंतिम गैर-इजरायली बंधक माने जा रहे थे।
मोदी-ट्रंप में कैसी दोस्ती: कांग्रेस
इजिप्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को अपना पसंदीदा फील्ड मार्शल बताया, जिसको लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप को अपना अच्छा दोस्त बताते रहते हैं, लेकिन यह कैसी दोस्ती ?
इजरायल में नहीं मिलता था पूरा खाना
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कई परिवारों ने दावा किया कि रिहा बंदियों को इजरायल में हाल के दिनों में मारपीट और भूख झेलनी पड़ी। इजरायल की शीर्ष अदालत ने माना था कि फलस्तीनी कैदियों को पर्याप्त भोजन नहीं दिया जा रहा। फलस्तीनी प्रिजनर्स क्लब से जुड़ी आया श्रेतेह (26) बीबीसी को बताती हैं कि पिछले एक साल में ज्यादातर बंदियों को जानबूझकर भूखा रखा गया, बीमार छोड़ा गया और मारा गया। आज हमें उम्मीद मिली है कि हालात जैसे भी हों, आजादी एक दिन जरूर आएगी।
बाइडन ने ट्रंप को दिया श्रेय
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने गाजा में युद्धविराम और 20 जीवित बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस समझौते का श्रेय दिया। कहा कि बंधकों की रिहाई और युद्धविराम समझौते को अंतिम रूप देने के लिए वे ट्रंप और उनकी टीम की सराहना करते हैं।
नेपाल के शख्स का शव मिला
हमास ने इजरायल को 4 बंधकों के शव सौपे, जिनमें नेपाली नागरिक विपिन जोशी भी शामिल थे। अक्टूबर 2023 में किबुत्ज अलुमीम से अगवा किए गए जोशी एग्रीकल्चर स्टडी प्रोग्राम पर इसाइल पहुंचे थे। डीएनए जांच के बाद शव नेपाल भेजा जाएगा। जोशी गाजा में बचे अंतिम गैर-इजरायली बंधक माने जा रहे थे।
मोदी-ट्रंप में कैसी दोस्ती: कांग्रेस
इजिप्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को अपना पसंदीदा फील्ड मार्शल बताया, जिसको लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप को अपना अच्छा दोस्त बताते रहते हैं, लेकिन यह कैसी दोस्ती ?
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