चंडीगढ़ : हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों और ट्रैफिक नियमों को न मानने वाले लोगों को सख्त चेतावनी की। उन्होंने कहा कि शराब पीकर ड्राइविंग करने वालों को अब जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने वाले सिरफिरों का बेदर्दी से चालान काटें। डीजीपी ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को 15 से 20 दिनों के लिए जेल भेजने का अधिकारियों को निर्देश दिए। हाइवे के किनारे मौजूद शराब के ठेकों पर रोज शाम को पुलिस की ड्यूटी लगाई जाएगी।
डीजीपी ने शेयर किए आंकड़े
नया आदेश न केवल हरियाणाा के लोगों, बल्कि राज्य से गुजरने वाले दूसरे प्रदेश के वाहन चालकों पर भी लागू होगा। शराब के ठेके के मालिकों को भी "ड्रिंक एंड ड्राइव" के खिलाफ हिंदी में चेतावनी संदेश लिखने को कहा गया है। डीजीपी ने कहा कि कि जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच हरियाणा में करीब 4,000 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई, जो इसी अवधि में हुई हत्या की घटनाओं (लगभग 800 मौतें) से 5 गुना ज्यादा हैं। 800 लोगों की हत्या हुई, जबकि 4000 लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई। इनमें से ज्यादातर लोग 20 से 30 वर्ष के युवक हैं- यानी वही लोग जो घर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ब्लाइंड स्पॉट और एक्सीडेंट हॉटस्पॉट्स की पहचान करें। हादसों के कारणों को चिन्हित कर उन्हें दूर करें।
सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए
राज्यभर के चौकी इंचार्ज, ट्रैफिक पुलिसकर्मियों, एसएचओ और डीएसपी को सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कह दिया है कि सड़क हादसों में हो रही मौतों को मानव निर्मित आपदा की तरह समझा जाए और इसे रोकने के लिए मिशन मोड में काम किया जाए। डीजीपी ओपी सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया किसड़क पर खराब वाहन नहीं रुकने चाहिए। डीजीपी ने कहा कि जो अधिकारी पिछले वर्षों के मुकाबले हादसों का आंकड़ा कम करने में कामयाब होंगे। उन्हें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। टक्कर मारकर भागने वाले ड्राइवर का लाइसेंस कैंसल होगा।
डीजीपी ने शेयर किए आंकड़े
नया आदेश न केवल हरियाणाा के लोगों, बल्कि राज्य से गुजरने वाले दूसरे प्रदेश के वाहन चालकों पर भी लागू होगा। शराब के ठेके के मालिकों को भी "ड्रिंक एंड ड्राइव" के खिलाफ हिंदी में चेतावनी संदेश लिखने को कहा गया है। डीजीपी ने कहा कि कि जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच हरियाणा में करीब 4,000 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई, जो इसी अवधि में हुई हत्या की घटनाओं (लगभग 800 मौतें) से 5 गुना ज्यादा हैं। 800 लोगों की हत्या हुई, जबकि 4000 लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई। इनमें से ज्यादातर लोग 20 से 30 वर्ष के युवक हैं- यानी वही लोग जो घर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ब्लाइंड स्पॉट और एक्सीडेंट हॉटस्पॉट्स की पहचान करें। हादसों के कारणों को चिन्हित कर उन्हें दूर करें।
सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए
राज्यभर के चौकी इंचार्ज, ट्रैफिक पुलिसकर्मियों, एसएचओ और डीएसपी को सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कह दिया है कि सड़क हादसों में हो रही मौतों को मानव निर्मित आपदा की तरह समझा जाए और इसे रोकने के लिए मिशन मोड में काम किया जाए। डीजीपी ओपी सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया किसड़क पर खराब वाहन नहीं रुकने चाहिए। डीजीपी ने कहा कि जो अधिकारी पिछले वर्षों के मुकाबले हादसों का आंकड़ा कम करने में कामयाब होंगे। उन्हें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। टक्कर मारकर भागने वाले ड्राइवर का लाइसेंस कैंसल होगा।
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