मौसम परिवर्तन: हिमाचल प्रदेश के ऊँचाई वाले इलाकों में हुई ताज़ा बर्फबारी ने लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। रविवार सुबह रोहतांग दर्रे और धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं सहित राज्य के ऊँचाई वाले इलाकों में ताज़ा बर्फबारी हुई। इससे पूरे राज्य में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अधिकारियों के अनुसार, बर्फबारी के कारण कुल्लू ज़िला प्रशासन ने रोहतांग दर्रे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है और यात्रियों को इस रास्ते से न गुज़रने की सलाह दी है।हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। अचानक अंधेरा छा गया और मैदानी इलाकों में बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चलने लगीं। राज्य के ऊँचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हुई। धौलाधार की चोटियों पर बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। लाहौल घाटी में ताज़ा बर्फबारी से तापमान में भी गिरावट आई है।पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय:मौसम विभाग का कहना है कि हिमाचल में अधिकतम तापमान अभी सामान्य से 0.7 डिग्री अधिक है। तीन दिन ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है। राज्य में कल रात से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसका असर अगले तीन दिन (7 अक्टूबर) तक रहेगा। कांगड़ा, चंबा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई है। लाहौल में यह इस मौसम की पहली बर्फबारी है।आगे कैसा रहेगा मौसम?इससे पहले, मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला ने 5 अक्टूबर को राज्य के कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई थी। इस दौरान, चंबा, किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और 1-2 स्थानों पर तेज़ हवाएँ (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने की संभावना है। कांगड़ा, मंडी और शिमला में कई जगहों पर हल्की बारिश का अनुमान है। 6 और 7 अक्टूबर को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से भारी बारिश होने की संभावना है। 8 अक्टूबर से राज्य में मौसम साफ़ रहने की उम्मीद है।
You may also like
सुप्रीम कोर्ट में चीफ़ जस्टिस पर हमले की कोशिश, कोर्ट के अंदर क्या हुआ था
स्वामी रामस्वरूप योग आचार्य जी ने चार वेदों के महत्व प्रासंगिकता और उनके विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र की रीढ़ हैं – भल्ला
CWC 2025: सोफी डिवाइन की कप्तानी पारी, लेकिन साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने 231 रन पर समेटी न्यूजीलैंड की पारी
तेलंगाना में ओबीसी कोटा बढ़ाने के खिलाफ याचिका पर विचार करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार