भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य क्षमता और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का प्रभावी प्रदर्शन किया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, भारतीय वायुसेना ने न केवल पाकिस्तान के फाइटर जेट्स को अपनी हवाई सीमा में घुसने से रोका, बल्कि कई आधुनिक जेट्स को भी मार गिराया। इस कार्रवाई में सभी भारतीय पायलट सुरक्षित रहे, जबकि पाकिस्तानी सेना में दहशत का माहौल बन गया। रविवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना, वायुसेना, और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी साझा की। आइए, इस ऑपरेशन के बारे में और गहराई से जानते हैं और समझते हैं कि कैसे भारत ने आतंकवाद और दुश्मन की साजिशों को नाकाम किया।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तानी जेट्स को गिराने की कार्रवाई
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य रणनीति और तकनीकी दक्षता का प्रतीक है। एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई फाइटर जेट्स को अपनी हवाई सीमा में घुसने से रोका। इस दौरान एक F-16 और संभवतः दो JF-17 फाइटर जेट्स को मार गिराया गया। इसके अलावा, पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन्स और मिसाइलों को भी हवा में ही नष्ट कर दिया गया। यह कार्रवाई इतनी सटीक थी कि पाकिस्तानी सेना में हड़कंप मच गया और वे सीजफायर की गुहार लगाने लगे।
भारत की ताकत रावलपिंडी तक गूंजी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गर्व जताते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने न केवल सीमा पर पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, बल्कि उनकी ताकत रावलपिंडी तक महसूस की गई, जहां पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले ने कई महिलाओं की मांग का सिंदूर मिटाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को कड़ा दंड दिया। यह कार्रवाई भारत की एकता और संप्रभुता की रक्षा के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई।
पाकिस्तान की बेचैनी
सेना के अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान तीन-चार दिनों तक सीमा पर युद्ध जैसा माहौल रहा। पाकिस्तानी सेना ने भारत की जवाबी कार्रवाई को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी हर चाल नाकाम रही। हताश होकर 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने सीजफायर के लिए फोन किया। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने स्पष्ट किया कि सीजफायर की सहमति का उल्लंघन होने पर भारतीय सेना को तुरंत और प्रभावी जवाब देने की पूरी छूट है। पश्चिमी सीमा पर किसी भी तरह की हरकत का जवाब देने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है।
भारत की तकनीकी और रणनीतिक श्रेष्ठता
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के पीछे भारतीय सेना की उन्नत तकनीक और रणनीतिक तैयारी थी। वायुसेना ने अत्याधुनिक रडार सिस्टम, ड्रोन सर्विलांस, और प्रिसीजन हथियारों का इस्तेमाल किया। यह कार्रवाई न केवल सैन्य ताकत का प्रदर्शन थी, बल्कि भारत की खुफिया जानकारी और समन्वय की क्षमता को भी दर्शाती थी। सेना ने यह सुनिश्चित किया कि कार्रवाई में केवल दुश्मन के ठिकाने और संसाधन नष्ट हों, जिससे किसी भी तरह की अनावश्यक हानि न हो।
ऑपरेशन सिंदूर: एक गर्व का क्षण
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की साहस, समर्पण, और तकनीकी दक्षता का जीता-जागता सबूत है। पाकिस्तानी फाइटर जेट्स को मार गिराने, आतंकी ढांचों को ध्वस्त करने, और दुश्मन को दहशत में डालने वाली यह कार्रवाई हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। यह ऑपरेशन न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि भारतीय सेना किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए हर पल तैयार है।
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