जयपुर, राजस्थान – गर्मी की छुट्टियाँ शुरू होते ही सबके मन में एक ही सवाल होता है- इस बार परिवार के साथ कहाँ जाएँ? पहाड़, बीच या कोई सांस्कृतिक स्थल? लेकिन अगर आप इस बार कुछ नया, रोमांचक और प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं, तो झालाना लेपर्ड सफारी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। वन्य जीवन का अद्भुत अनुभव, रोमांच की पूरी खुराक और शहरी जीवन से कुछ दूरी- सब एक ही जगह।
जयपुर के बीचोबीच जंगल- जहाँ आपको तेंदुए से सामना होता है!
झालाना लेपर्ड सफारी जयपुर शहर के बिल्कुल नज़दीक, मालवीय नगर और जगतपुरा जैसे इलाकों के बीच स्थित है। यह एक ऐसा जंगल है जो शहर के शोरगुल से बिल्कुल दूर अपनी ही दुनिया में बसा हुआ है। खास बात यह है कि यह भारत की उन चुनिंदा जगहों में से एक है जहाँ आपको लंबी ट्रैकिंग या जंगलों की गहराई में जाए बिना ही तेंदुए देखने का मौका मिलता है।यहाँ के घने जंगलों में 30 से ज़्यादा तेंदुए हैं, जिन्हें अक्सर सफारी के दौरान पर्यटक खुले में देख लेते हैं। इसके अलावा धारीदार लकड़बग्घा, रेगिस्तानी लोमड़ी, जंगली बिल्ली, मोर, नीलगाय, सांभर और पक्षियों की कई प्रजातियां भी यहां पाई जाती हैं।
बच्चों और परिवार के लिए सुरक्षित और रोमांच का संयोजन
अगर आप अपने बच्चों को प्रकृति और वन्यजीवों से परिचित कराना चाहते हैं, तो झालाना सफारी एक बेहतरीन मौका है। यहां की सफारी पूरी तरह से सुरक्षित है और प्रशिक्षित गाइड द्वारा संचालित की जाती है। सफारी के दौरान न केवल आपको तेंदुए और अन्य जानवरों को देखने का मौका मिलता है, बल्कि बच्चों को वन्यजीवों के बारे में जानने और पर्यावरण के प्रति जागरूक होने का अनुभव भी मिलता है।यह सफारी 2 टाइम स्लॉट में होती है - सुबह और शाम। गर्मियों में सुबह का समय अधिक उपयुक्त माना जाता है, क्योंकि उस समय जानवर अधिक सक्रिय होते हैं।
स्थान और पहुंच इसे यात्रियों के लिए बेहतरीन बनाती है
झालाना तेंदुआ सफारी जयपुर रेलवे स्टेशन से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है, जबकि सांगानेर एयरपोर्ट से यह करीब 8 किलोमीटर दूर है। शहर या जयपुर के आसपास रहने वाले किसी भी पर्यटक के लिए यह जगह एक दिन की यात्रा के तौर पर आसानी से देखी जा सकती है।जयपुर आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक नया चलन बनता जा रहा है - जहाँ दिन में सफारी का मज़ा और शाम को शहर की शॉपिंग और शाही खाने का लुत्फ़ उठाया जा सकता है।
टिकट और समय - यहाँ पूरी गाइड
झालाना सफारी के लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग करवाना बेहतर है क्योंकि छुट्टियों के दौरान यहाँ बहुत भीड़ होती है। एक जीप में अधिकतम 6 लोग बैठ सकते हैं और प्रत्येक शिफ्ट में केवल कुछ जीप की अनुमति होती है।
समय:
सुबह की सफारी: सुबह 6:30 बजे से सुबह 9:00 बजे तक
शाम की सफारी: दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक
टिकट दरें (लगभग):
भारतीय पर्यटक: ₹500–₹800 प्रति व्यक्ति
विदेशी पर्यटक: ₹1000–₹1500 प्रति व्यक्ति
जीप का किराया: ₹1800–₹2500 (शेयर्ड राइड के लिए)
झालाना सफारी छुट्टियों के लिए सबसे अच्छी क्यों है?
शहर के नज़दीक - लंबी यात्रा की ज़रूरत नहीं।
रोमांच से भरपूर - तेंदुए को देखने का लाइव अनुभव।
पर्यावरण से जुड़ाव - बच्चों और युवाओं में प्रकृति के प्रति जागरूकता।
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए स्वर्ग - हर कोने में प्रकृति की खूबसूरती।
परिवार और दोस्तों के लिए बेहतरीन डे-आउटिंग - मनोरंजन और शिक्षा दोनों का संयोजन।
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