तकनीक के मामले में चीन कई देशों से आगे है। रोबोटिक्स और एआई को मिलाकर ऐसे प्रयोग हो रहे हैं जो दुनिया को हैरान कर रहे हैं। अब चीन ने दुनिया का पहला रोबोट मॉल बनाया है, जिसका पूरा कामकाज ह्यूमनॉइड रोबोट संभालते हैं। चीन ने वर्ल्ड रोबोट कॉन्फ्रेंस-2025 की शुरुआत की, इसके साथ ही इस मॉल की शुरुआत हुई। यह आम मॉल जैसा ही मॉल है। यहाँ बेचने के लिए रोबोट हैं और काम करने वाले रोबोट भी हैं। यानी अगर आप यहाँ जाते हैं, तो रोबोट खरीद भी सकते हैं।
पूरा मॉल रोबोट चलाते हैं
यहाँ काम करने वाले रोबोट ग्राहकों से बात करते हैं, उनका स्वागत करते हैं और सामान बेचने के बाद पैसे भी लेते हैं। यह मॉल शेन्ज़ेन शहर में है, जो तकनीक का एक बड़ा केंद्र है। यहाँ दुकानें, कैफ़े और मनोरंजन स्थल भी रोबोट चलाते हैं। मॉल के कैफ़े और रेस्टोरेंट पूरी तरह से रोबोट चलाते हैं। कॉफ़ी बनाने से लेकर स्वादिष्ट खाना बनाने तक, सारा काम रोबोट करते हैं। दुकानों में एआई रोबोट ग्राहकों को सामान की जानकारी देते हैं।
लोग इन रोबोट्स को खरीद सकते हैं
रोबोट मॉल में सात प्रकार के 50 से ज़्यादा रोबोट हैं। इनमें मेडिकल, मैन्युफैक्चरिंग, दो पैरों वाले ह्यूमनॉइड, पहिए वाले ह्यूमनॉइड रोबोट शामिल हैं। रोबोट डॉग, शतरंज खेलने वाले रोबोट, बटलर और अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे दिखने वाले रोबोट भी हैं। इनकी कीमत 2,000 युआन यानी लगभग 23,000 रुपये से लेकर कई मिलियन युआन तक है। ये रोबोट आपके रोज़मर्रा के काम कर सकते हैं, आपका मनोरंजन कर सकते हैं। इस रोबोट मॉल ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
चीन रोबोटिक्स में भारी निवेश कर रहा है
यह मॉल चीन के उन्नत रोबोटिक्स का एक उदाहरण है। पिछले एक साल में चीन ने रोबोटिक्स उद्योग के लिए 20 अरब डॉलर से ज़्यादा की सब्सिडी दी है। इसकी वजह से दुनिया में रोबोटिक्स का बाज़ार तेज़ी से बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2032 तक वैश्विक रोबोटिक्स बाज़ार 74 अरब डॉलर से बढ़कर 287 अरब डॉलर हो जाएगा। आपको बता दें कि अमेज़न जैसी बड़ी टेक कंपनियां पहले से ही रोबोटिक्स में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। जून में, अमेज़न ने कहा कि अब उसके पास 10 लाख से ज़्यादा रोबोट काम कर रहे हैं। अमेज़न ने 2012 में गोदामों में सामान ले जाने के लिए रोबोट का इस्तेमाल शुरू किया था।
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