जिले के साइबर थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया है। शिक्षक संजीव झा के खाते से फर्जी तरीके से कुल 15 लाख 76 हजार 124 रुपये निकाले जाने के मामले में पुलिस ने दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। यह मामला साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियों को उजागर करता है और लोगों के लिए सतर्क रहने की चेतावनी देता है।
जानकारी के अनुसार, शिक्षक संजीव झा को जब अपने बैंक खाते से अचानक इतनी बड़ी राशि गायब होने का पता चला, तो उन्होंने तुरंत साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद थाना पुलिस ने तुरंत मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। जांच में यह पता चला कि यह कोई सामान्य चोरी या बैंक त्रुटि नहीं बल्कि एक सुनियोजित साइबर ठगी का मामला है।
साइबर थाना की टीम ने बैंकिंग ट्रांजैक्शन और डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण कर ठगों की पहचान की। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से फर्जी तरीके से खाते से राशि ट्रांसफर कर रहे थे। तकनीकी विश्लेषण और डिजिटल फोरेंसिक जांच के बाद पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और बैंकिंग विवरण भी बरामद किए गए हैं, जो ठगी में इस्तेमाल किए गए थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पहले भी इसी तरह के कई साइबर अपराधों में लिप्त रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई साइबर अपराधों के खिलाफ सरकार और पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने बैंक खातों और डिजिटल लेन-देन में सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें।
इस घटना ने डिजिटल लेन-देन की सुरक्षा और साइबर जागरूकता की अहमियत को एक बार फिर सामने रखा है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को अपने बैंकिंग विवरण, पासवर्ड और ओटीपी को किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, अनजान लिंक या ईमेल के माध्यम से आने वाले संदेशों से भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
शिक्षक संजीव झा ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस की कार्यवाही की सराहना की और कहा कि उनके विश्वास और समय पर कार्रवाई के कारण ही पैसे की बरामदगी संभव हो पाई। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे डिजिटल लेन-देन में सतर्क रहें और किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि को अनदेखा न करें।
दरभंगा साइबर थाना की यह कार्रवाई न केवल एक बड़े साइबर ठगी मामले को सुलझाने में सफल रही है, बल्कि यह अन्य लोगों के लिए भी चेतावनी का संदेश देती है कि साइबर अपराधियों से सतर्क और सचेत रहना अत्यंत आवश्यक है।
पुलिस ने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है और आरोपी ठगों से अन्य संभावित मामलों के सबूत जुटाए जा रहे हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि साइबर अपराध के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी तरह से सख्त होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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