जयपुर, 14 मई . वैशाली नगर थाना इलाके में बुधवार सुबह नेपाली गैंग के नौकर दम्पती सहित उनके दो साथियों ने कांग्रेस नेता संदीप चौधरी के घर लूट की वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस जानकारी में सामने आया कि गैंग ने नेता की मां और पत्नी को चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर सोने—चांदी के जेवरात सहित नकदी लूट कर फरार हो गए. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी लेकर इलाके में नाकाबंदी करवाई, लेकिन नेपाली गैंग के सदस्यों को कोई सुराग नहीं लग पाया है. पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज सहित खंगालने में जुटी है.
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि वैशाली नगर थाना इलाके के आनंद नगर इलाके के रहने वाले भूमि विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस नेता संदीप चौधरी के घर लूट की वारदात हुई है. जहां मुख्य आरोपित नेपाली नौकर काजल और भरत ने उनकी मां कृष्णा (75) और उनकी पत्नी ममता (43) को चाय में नशीला पदार्थ पिला दी. बेहोश होने के बाद आरोपितों ने दो अन्य साथियों को बुलाकर लूटपाट कर फरार हो गए. पुलिस जानकारी में सामने आया कि कांग्रेस नेता संदीप ने बुधवार सुबह साढ़े सात बजे पहले मां और फिर पत्नी को फोन किया. लेकिन दोनों ने नहीं उठाया. इसके बाद बेटी राजश्री को फोन किया. राजश्री ने कमरे से निकलकर देखा तो दादी और मां दोनों कमरे में बेहोश थी. कांग्रेस नेता फिर पड़ोस में रहने वाले भांजे रोहित को कॉल किया. रोहित ने अपने पिता को भेजा. जहां दोनों महिला बेहोशी हालत में मिलने पर मेट्रो मास हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. घटना के वक्त संदीप चौधरी का 13 साल का बेटा राजदीप भी घर पर ही था. बताया जा रहा कि कांग्रेस नेता के परिवार ने नेपाल के रहने वाले पति-पत्नी को 10 दिन पहले ही खाना बनाने के काम पर रखा था. फिलहाल मुख्य आरोपित नौकर पति-पत्नी के साथ उनके दो साथियों की तलाश की जा रही है. जयपुर शहर में नाकाबंदी भी कराई गई है.
—————
You may also like
कैथरीन ब्रायस ने अप्रैल 2025 के लिए आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ का पुरस्कार जीता
केपीआई ग्रीन एनर्जी का वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में मुनाफा 91 प्रतिशत बढ़ा
भारतीय वायु सेना अग्निवीर वायु इंटेक 02/2025 पीएसएल सूची जारी
राजस्थान में ऑपरेशन सिंदूर का बड़ा एक्शन! जयपुर से पकड़े गए 1008 घुसपैठिए, देश से बाहर भेजने के लिए शुरू हुआ एयरलिफ्ट
पाकिस्तान से संघर्ष में रूस ने क्यों नहीं किया भारत का खुलकर समर्थन?