Next Story
Newszop

स्टॉक मार्केट में गोयल कंस्ट्रक्शन की जोरदार एंट्री, लिस्टिंग के बाद लगा अपर सर्किट

Send Push

नई दिल्ली, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम करने वाली कंपनी गोएल कंस्ट्रक्शन के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को पहले दिन ही बढ़िया मुनाफा करा दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 263 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 15.02 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 302.50 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से इसकी चाल में और तेजी आ गई, जिसकी वजह से थोड़ी ही देर में कंपनी के शेयर 317.60 रुपये के अपर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 20.76 प्रतिशत का मुनाफा हो गया।

गोएल कंस्ट्रक्शन का 100.15 करोड़ रुपये का आईपीओ 2 से 4 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 124.34 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 124.20 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 224.80 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 88.61 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.01 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 81.12 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 7,23,600 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज के बोझ को कम करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 14.30 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 22.64 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 38.32 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 48 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 594.34 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी पर कर्ज के बोझ में उतार-चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 28.51 करोड़ रुपये, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में बढ़ होकर 30.51 करोड़ रुपये हो गया। जबकि वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज घट कर 28.71 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 69.59 करोड़ रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 92.2339.46 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 120.22 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

—————

(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक

Loving Newspoint? Download the app now