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श्री कृष्ण जन्माष्टमी शनिवार को: सजे देवालय— चारदीवारी आने वाले हैं बांके बिहारी

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जयपुर, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । छोटीकाशी भाद्रपद कृष्ण अष्टमी 16 अगस्त(शनिवार) को कृष्णमय होगी। हर ओर नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की… का जयघोष सुनाई देगा। चारदीवारी के कृष्ण मंदिर कान्हा के स्वागत में सज चुके हैं। श्रद्धालुओं ने भी तैयारियां पूरी कर ली है। घर-घर में लड्डू गोपाल को पलना झूले पर झूला झुलाया जा रहा है।

वहीं मुख्य आयोजन श्री गोविन्द धाम ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देव जी में होगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुरजी पूरे तेरह घंटे भक्तों को दर्शन देंगे। यह वर्ष में सर्वाधिक है। मंगला झांकी सुबह साढ़े चार से पौने सात बजे तक होगी। श्रद्धालु सवा दो घंटे लगातार दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद धूप झांकी भी साढ़े सात से साढ़े नौ बजे तक खुली रहेगी। इस झांकी में भी दो घंटे दर्शन होंगे। सांयकालीन ग्वाल झांकी शाम चार से साढ़े छह बजे तक होगी। दर्शन के लिए पूरे ढाई घंटे मिलेंगे।तीन लाइनों में दर्शन व्यवस्था:सुबह मंगला झांकी से दर्शन प्रारंभ होंगे।

तीन लाइनों की व्यवस्था की गई है।

1. पास धारक 2. आमजन (बिना जूता-चप्पल)3.आमजन (जूता-चप्पल वाले)जलेबी चौक से आने वाले श्रद्धालुओं का निकास जय निवास बाग पूर्वी द्वार से होगा। ब्रह्मपुरी और कंवर नगर की ओर से आने वालों का निकास चिंताहरण हनुमान मंदिर होते हुए जय निवास बाग पश्चिम द्वार से होगा।दर्शन पास एवं जगमोहन पास से प्रवेश केवल शाम 7 बजे तक ही संभव होगा। पास धारक सुबह 4:30 बजे से शाम 7 बजे तक दर्शन कर सकेंगे। उसके बाद आम श्रद्धालुओं के साथ ही दर्शन कर पाएंगे। अभिषेक दर्शन पास धारकों का प्रवेश रात्रि 10 बजे से 11 बजे तक होगा। इसके बाद पास अमान्य होगा। 900 किलो पंचामृत से होगा जन्माभिषेक:रात्रि 12 बजे 31 तोपों की हवाई गर्जना के साथ कृष्ण जन्म का शंखनाद होगा। आकर्षक आतिशबाजी की जाएगी। कृष्ण अवतरण पर सस्वर वेद पाठ होंगे। शालिग्राम पूजन के बाद पंचामृत अभिषेक होगा। अभिषेक में 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा 11 किलो शहद का अर्पण किया जाएगा। भोग में पंजीरी लड्डू, खिरसा, रबड़ी कुल्हड़ अर्पित की जाएगी। अभिषेक के बाद निशुल्क चरणामृत और पंजीरी वितरण जय निवास बाग स्थित मंच से होगा। इससे पूर्व सुबह मंगला झांकी से पहले भी ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक होगा। नवीन पीत पोशाक धारण कराकर आभूषणों और पुष्पों से श्रृंगार किया जाएगा। रात्रि 10 से 11 बजे तक श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा होगी।

डॉक्टर-इंजीनियर संभालेंगे व्यवस्था

लगभग 3000 कार्यकर्ता एवं 150 स्काउट सेवा में तैनात रहेंगे। इन कार्यकर्ताओं में कई डॉक्टर, इंजीनियर, एडवोकेट, अध्यापक भी है। बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी सुबह मंगला से व्यवस्था में तैनात हो जाएंगे। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल से जुड़े युवा भी सेवाएं देंगे। सुगम दर्शन के लिए 13 एलईडी स्क्रीन लगाई जा चुकी है। वहीं 8-10 मेटल डिटेक्टर लगाए गए है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।

भ्रामक प्रचार करने वालों पर पुलिस की नजर

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर सोशल मीडिया पर हिंदू मंदिरों के संबंध में भ्रामक एवं नकारात्मक नेगेटिव फैलाने वालों पर पुलिस प्रशासन की सख्त नजर रहेगी। इसके लिए साइबर सेल को विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ तत्व विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गोविंद देव जी सहित अन्य प्रमुख मंदिरों के वीडियो और रील को गलत संदर्भ में प्रसारित करने की तैयारी कर रहे हैं। वे पूर्व में भी ऐसा कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि इनकी मंशा पर्व की व्यवस्थाओं को लेकर गलत धारणा बनाना और जनमानस को भडक़ाना है। जानकारी मिली है कि ऐसे लोग पेशेवर कंटेंट क्रिएटरों को भी शामिल कर, घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत कर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से से प्रसारित करवाना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें भारी फंडिंग हो रही है। पुलिस और मंदिर प्रशासन द्वारा दर्शन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए की गई तैयारियों के बावजूद, यह समूह अफवाह फैलाकर श्रद्धालुओं में भ्रम पैदा करने और भीड़-भाड़ वाले अवसर पर अव्यवस्था और भगदड़ तक की स्थिति उत्पन्न करने तक का कुत्सित प्रयास कर सकता है।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अफवाह फैलाने,गलत वीडियो/रील साझा करने या धार्मिक भावनाएं भडक़ाने के किसी भी प्रयास पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आमजन से अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध संदेश, वीडियो या पोस्ट की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर सेल को दें।

मंदिर आने से पहले कृपया ध्यान दें

मंदिर में प्रसाद, फल, मिठाई, नारियल, लैपटॉप, कैमरा आदि का प्रवेश वर्जित रहेगा। सभी से भारतीय परिधान पहनकर, जूते-चप्पल व हेलमेट बाहर छोडक़र प्रवेश करने का अनुरोध किया गया है। कीमती आभूषण एवं सामान साथ न लाने का आग्रह किया गया है। हृदय रोग, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, सांस संबंधी या गंभीर बीमारी से ग्रस्त भक्तों को भीड़ से बचने का निवेदन किया गया है। ऐसे लोग ऑनलाइन दर्शन कर सकते हैं। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना तत्काल मंदिर या पुलिस प्रशासन को दें।

15 अगस्त को छांवण में से दर्शन नहीं

गोविंद देवजी मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारियों एवं सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए बैरिकेडिंग एवं अन्य सुरक्षा इंतज़ाम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसलिए 15 अगस्त को मंदिर छांवन में दर्शनार्थियों का प्रवेश पूर्णत: निषेध रहेगा। जलेब चौक से आने वाले दर्शनार्थी मंदिर मुख्य द्वार (गेट नंबर 1) से प्रवेश करेंगे। मंदिर परिसर में निर्धारित लाइन से होकर, बाहर बने रैंप से दर्शन करेंगे। गेट नंबर 2 से घूमते हुए यू-टर्न लेकर निकास करेंगे। ब्रह्मपुरी और कंवर नगर से आने वाले दर्शनार्थी गेट नंबर 7 से प्रवेश करेंगे। मंदिर परिसर की लाइन से होकर बाहर रैंप के नीचे से दर्शन कर गेट नंबर 6 से घुमते हुए यू-टर्न लेकर निकास करेंगे। मंदिर छांवन में प्रवेश निषेध होने के कारण जूते-चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं होगी।

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(Udaipur Kiran)

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