नाहन, 26 अप्रैल .सिरमौर दौरे पर गए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरीके से चौपट करना चाहती है. इसीलिए आए दिन कोई न कोई प्रयोग कर रही है. 2000 से ज्यादा स्कूल सरकार ने 2 साल में बंद कर दिए हैं. जिसका शिक्षा जगत से जुड़े लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है. सरकार ने एक तरफ एनईपी का हवाला देते हुए पहली क्लास में एडमिशन की उम्र बढ़कर 5 से 6 साल कर दी जिसकी वजह से स्वाभाविक रूप से पहली क्लास में बच्चों के एडमिशन कम हुई. इसका लाभ लेते हुए सरकार ने प्रदेश में सैकड़ो स्कूल मिड सेशन में बंद कर दिए. सरकार का यह रवैया और स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के लिए बहुत नुकसानदायक है. एक तरफ सरकार स्कूल कॉलेज बंद करने के बहाने खोज रही है तो दूसरी तरफ ज्यादा से ज्यादा शराब के ठेके खोलने की तरकीब निकाल रही है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है, जो लोग आवाज उठाते हैं उन्हें कार्रवाई की धमकी देकर डराया जाता है, चुप कराया जाता है. अपनी बातें अनसुनी होने पर जो लोग लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हैं उनके खिलाफ सरकार तानाशाही वाला रवैया अपनाती है और उन्हें निलंबित करने, रिटायर करने और बर्खास्त करने जैसी कार्रवाई की धमकी देती है.
सिरमौर यात्रा पर गए नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकारों द्वारा सिरमौर में बंद किए गए सैकड़ो संस्थानों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि सुक्खू सरकार संस्थान बंद करने, जन सुविधाएं छीनने का रिकॉर्ड बनाने वाली सरकार है. दुनिया भर के नेता चाहते हैं कि उनके नाम चीजों को शुरू करने सुविधाएं देने के लिए, विकास करने के लिए याद रखे जाएं. सुक्खू जी इकलौते नेता हैं जो चाहते हैं कि उनका नाम सुविधा छीनने, संस्थान बंद करने, विकास के काम ठप करने के लिए जाना जाए.
—————
/ जितेंद्र ठाकुर
You may also like
दुनिया के इन 3 लोगों को कहीं भी जाने के लिए वीजा-पासपोर्ट की जरुरत नहीं पड़ती है. जानिए उसका नाम ⤙
नौकरी छोड़ी, यूट्यूब से सीखा और अब विदेशों में बिक रहे इनके मसाले! सालाना 55 लाख की कमाई ⤙
दक्षिण भारतीय सिनेमा की हफ्ते की प्रमुख खबरें
फ्रांस में प्रदर्शन के दौरान चाकू से हमला, राष्ट्रपति ने इसे इस्लामी आतंकवाद बताया
आसमान से गिरा आग से लिपटा पत्थर, मचा हड़कंप; उल्का पिंड होने की चर्चाए हुई शुरू ⤙