Vitamin B3 Deficiency : शरीर में किसी भी पोषक तत्व की कमी या बीमारी के पहले, हमारे शरीर हमें छोटे-छोटे संकेत देता है। लेकिन हम में से ज्यादातर लोग इन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो बाद में बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। खासकर पैरों में दिखने वाले कुछ लक्षण आपकी सेहत के बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं। अगर आपके पैरों में कुछ अजीब-सी समस्याएं दिख रही हैं, तो इन्हें हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। ये लक्षण लीवर की खराबी से लेकर विटामिन की कमी तक, कई गंभीर कारणों की ओर इशारा कर सकते हैं। आइए जानते हैं, पैरों के किन लक्षणों पर आपको तुरंत ध्यान देना चाहिए।
पैरों में नीली नसें या मकड़ी जैसा जालअगर आपके पैरों पर नीली-नीली नसें उभर रही हैं या मकड़ी के जाले जैसी आकृतियां बन रही हैं, तो इसे मजाक में न लें। यह न सिर्फ पैरों की समस्या है, बल्कि आपके लीवर की सेहत से भी जुड़ा हो सकता है। लीवर में एस्ट्रोजन हार्मोन का ज्यादा होना इस समस्या को और बढ़ा सकता है। ऐसे में समय रहते डॉक्टर से सलाह लेना और इलाज शुरू करना बहुत जरूरी है।
फटी एड़ियां और घाव का बननाअगर आपकी एड़ियां हमेशा फटी रहती हैं और उनमें छोटे-छोटे घाव बन जाते हैं, तो यह विटामिन बी3 (नियासिन) की कमी का बड़ा संकेत हो सकता है। इस कमी को दूर करने के लिए अपने खाने में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें शामिल करें। इससे न सिर्फ आपकी त्वचा बेहतर होगी, बल्कि एड़ियां भी मुलायम और स्वस्थ रहेंगी।
पैरों में झुनझुनी या सुन्नपनक्या आपके पैरों में बार-बार झुनझुनी होती है या वे सुन्न से लगते हैं? अगर हां, तो यह विटामिन बी12 की कमी का लक्षण हो सकता है। विटामिन बी12 हमारी नसों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी को जल्द से जल्द दूर करना जरूरी है, वरना यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
मांसपेशियों में दर्द और ऐंठनपैरों की मांसपेशियों में बार-बार दर्द या ऐंठन होना भी किसी पोषक तत्व की कमी का इशारा हो सकता है। खासकर मैग्नीशियम की कमी से ऐसी शिकायतें होती हैं। अगर आपको भी यह समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह पर मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेना फायदेमंद हो सकता है।
चोट और घाव भरने में देरीअगर आपके पैरों में छोटी-सी चोट भी आसानी से लग जाती है, खून बहने लगता है और घाव को ठीक होने में ज्यादा वक्त लगता है, तो यह विटामिन के की कमी का संकेत हो सकता है। विटामिन के खून को जमाने और घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। इसकी कमी को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
पैरों की इन समस्याओं को हल्के में न लें। समय पर सही इलाज और पोषण से आप इन परेशानियों से बच सकते हैं और अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। अपने खान-पान पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
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